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नदी-नाले उफान पर, मप्र के इन जिलों में आज भारी बारिश की चेतावनी

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मनोहर
मध्य प्रदेश में सितंबर के पिछले 2 हफ्तों से झमाझम का दौर जारी है। एक के बाद एक नए सिस्टम एक्टिव होने से मानसून मजबूत हो रहा है और बारिश की गतिविधियां तेज हो रही है। मध्य प्रदेश के मौसम के बदलाव के साथ झमाझम बारिश का दौर जारी है। वही मौसम विभाग (MP Meteorological Department) ने आज शुक्रवार को गरज चमक के साथ 9 जिलों में भारी बारिश (Heavy rain) की चेतावनी जारी की है और सभी संभागों में बिजली चमकने और गिरने के आसार को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटे में 2 दर्जन से ज्यादा जिलों में भारी बारिश देखने को मिली। कई नदी-नाले खतरे के निशान से ऊपर आ गए। उज्जैन में शिप्रा का जल स्तर बढ़ गया है और कई घाट भी डूब गए है।वही लगातार बारिश से गांवों का संपर्क भी टूट गया है। मौसम विभाग की मानें तो पूर्व मध्यप्रदेश एक लो प्रेशर क्षेत्र बना हुआ है।तीसरा सिस्टम भी आज से बनने की संभावना है। ऐसे में अब प्रदेश में सामान्य बारिश का कोटा पूरा होने की उम्मीद बढ़ गई है। यह वर्तमान में सागर, टीकमगढ़ और अशोक नगर में दिख रहा है। इसी कारण बुंदेलखंड़, ग्वालियर चंबल और भोपाल संभागों में बारिश हो रही है।
मौसम विभाग ने आज शुक्रवार 17 सितंबर 2021 को सभी संभागों होशंगाबाद , भोपाल, उज्जैन सागर, रीवा, ग्वालियर इंदौर, चंबल, जबलपुर और शहडोल में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जताई है। वही राजगढ़, झाबुआ, रतलाम, उज्जैन, आगर, शाजापुर, भिंड, मुरैना और श्योपुरकलां जिलों में अति भारी बारिश (Heavy Rain) के चलते येलो अलर्ट जारी किया गया है।वही 9 जिलों और 4 संभागों में बिजली गिरने और चमकने के आसार है।मप्र में अभी तक 859 मिलीमीटर बारिश हुई है, जो सामान्य बारिश (889.5 मिमी.) की तुलना में तीन फीसद कम है।
मौसम विभाग ने वर्तमान में गहरा कम दबाव का क्षेत्र उत्तर-पश्चिमी मप्र और उससे लगे दक्षिण-पश्चिमी उत्तरप्रदेश पर सक्रिय है। मानसून ट्रफ गुजरात से कम दबाव के क्षेत्र से होकर अंबिकापुर होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है। एक अन्य ट्रफ हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में अरब सागर से लेकर कम दबाव के क्षेत्र से होकर बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी में म्यांमार के तट पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस सिस्टम के 18 सितंबर को ओडिशा-पश्चिम बंगाल कोस्ट पर कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होने की संभावना है। इन चार वेदर सिस्टम के प्रभाव से प्रदेश में अभी तीन-चार दिन तक बारिश का सिलसिला बना रहने के आसार हैं।
यहां अभी भी अच्छी बारिश की आस
धार, खरगोन, होशंगाबाद, छतरपुर, दमोह, पन्ना, कटनी, जबलपुर, सिवनी और बालाघाट में 20% से लेकर 42% तक कम पानी गिरा है।वही झाबुआ, अलीराजपुर, इंदौर, बड़वानी, खंडवा, बुरहानपुर, देवास, हरदा, बैतूल, सीहोर, सागर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, मंडला डिंडोरी, शहडोल, सतना, मुरैना, ग्वालियर और दतिया में सामान्य से 19% तक कम बारिश हुई है।
यहां देखें पिछले 24 घंटे में कहां कहां हुई बारिश
पिछले 24 घंटों के दौरान शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे तक ग्वालियर में 44.1, दतिया में 37, धार में 36.8, खंडवा में 33, उज्जैन में 24, इंदौर में 19.1, पचमढ़ी में 17, होशंगाबाद में 16.4, शाजापुर में 11, टीकमगढ़ में 10, दमोह में नौ, उमरिया में 8.8, मलाजखंड में 8.2, सतना में 7.2, नौगांव में 6.4, जबलपुर में 5.7, रीवा में 5.4, सीधी में 3.8, भोपाल में 2.6, खजुराहो में दो, सागर में 1.4 मिलीमीटर बारिश हुई।