एसीएस हेल्थ ने संभाग के स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की
रोहित नैय्यर ब्यूरों जबलपुर
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा के अपर मुख्य सचिव श्री मोहम्मद सुलेमान ने आज कल्चुरी होटल में जबलपुर संभाग के चिकित्सकीय व्यवस्थाओं की समीक्षा की। इस दौरान जबलपुर कमिश्नर श्री बी. चन्द्रशेखर, आयुक्त चिकित्सा शिक्षा श्री निशांत बरबड़े, डॉरेक्टर हेल्थ श्रीमती वीणा सिन्हा, संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाये डॉ. संजय मिश्रा व डॉ. एम. सहलाम, संभाग के सभी सीएमएचओ और डीपीएम उपस्थित थे।
बैठक के दौरान जबलपुर संभाग के सभी स्वास्थ्य अधिकारियों से स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण से जुड़े प्रत्येक योजनाओं का एक-एक कर गंभीरता से समीक्षा कर निर्देश दिये कि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में कार्य करे। स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही बिल्कुल न करे। सभी सीएमएचओ अपने अमले को इस कार्य में लगाये और स्वास्थ्य सेवाओं का बेहतर क्रियान्वयन करें।
ए.सी.एस. श्री सुलेमान ने मातृ व शिशु स्वास्थ्य के विस्तार से समीक्षा कर उनके मृत्यु के कारणों के बारे में पूछा तथा कहा कि गर्भवती माताओं को समय पर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिले, साथ ही उसके डिस्चार्ज होने के समय उसे उसके स्वास्थ्य के संबंध में मार्गदर्शन करे और फालोअप भी करे ताकि माताओं के स्वास्थ्य न बिगडे। ठीक इसी प्रकार शिशु के स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना है, उनके टीकाकरण समय पर कराये। रिफरल केस में उनके स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता है अत: जिला चिकित्सालय में ही बेहतर इलाज सुनिश्चित करे। मीजल्स एक खतरनाक बीमारी है उसके इलाज भी समय पर होते रहे। इस दौरान ब्लॉकवार, जिलावार समीक्षा कर मातृ व शिशु मृत्यु को रोकने के प्रभावी कार्य करने के निर्देश दिये। वहीं परिवार नियोजन पर भी फोकस कर इस दिशा में प्रगति मूलक कार्य करने को कहते हुये पुरूष नसबंदी को बढ़ाने का लक्ष्य दिया।
बैठक के दौरान एसएनसीयू में मृत्यु दर की समीक्षा भी की गई और शिशु मृत्यु दर को नियंत्रित करने पर विशेष जोर दिया गया। साथ ही प्रतिरोधक क्षमता के लिये टीकाकरण, निरोगी काया अभियान, टेलीमेडिसिन, संजीवनी, मरीजों को भोजन, नर्सिंग होम्स के निरीक्षण, दवाईयों की उपलब्धता, लंबित आदि के साथ ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की सुरक्षा पर चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिये। एसीएम ने कहा कि हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर को अपडेट करें ताकि सभी को आवश्यक स्वास्थ्य सेवायें सरलता से उपलब्ध हो जाये। उन्होंने बच्चों की जिंदगी से जुड़ा कार्यक्रमों पर संवेदनशीलता के साथ प्रभावी कार्य करने की हिदायत भी बैठक में दिया गया।