प्रदेश का गौरव – काल के गाल में समाने से पहले 7 जाने बचाने वाली बेटी के सिर पर रखा सीएम ने हाथ
मनोहर
सीधी सतना बस हादसे में जहाँ पल भर में 51 जिंदगियां काल के गाल में समां गई वहीँ , दो बेटियों की दिलेरी और साहस के चलते 7 जिंदगियां बच गई। और ये फ़रिश्ते कोई और हमारे प्रदेश की रियल हीरो का रोल निभाने वाली दो बेटियां शिवरानी लोनिया और आशा बंसल थी जिन्होंने अपनी जान की परवाह किये बगैर उफनती नहर में कूद 7 लोगों की जान बचाई। ऐसे में इन बेटियों के सम्मान में सैलूट तो बनता है। वही मुख्यमंत्री भी इनसे मिलने से अपने आप को नहीं रोक पाए। सिर पर हाथ रख आशीर्वाद तो दिया ही लेकिन उनके इस साहसिक प्रयास की प्रशंसा भी की। वहीँ मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण सीधी बस दुर्घटना ने हम सबकी आत्मा तक को झकझोर दिया है। अनेक अमूल्य जिंदगियां इस दुर्घटना में असमय ही काल कवलित हो गईं।दु:ख ही इस घड़ी में हम सब शोकाकुल परिवारों के साथ हैं। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान और परिजनों को संबल दें, यही करबद्ध प्रार्थना!