चक्रवात बुरेवि -आज रात इसके तमिलनाडु तट से टकराने की संभावना
चक्रवात बुरेवि आज सुबह तमिलनाडु में रामेश्वरम के नजदीक मन्नार की खाडी में पहुंचेगा। इससे पहले यह कल रात श्रीलंका के त्रिन्कोमाली के नजदीक तट से टकराया। मौसम विभाग ने कहा है कि यह चक्रवात 15 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है। यह चक्रवात आज दोपहर तक रामेश्वरम के नजदीक पम्बन में केन्द्रित होगा। यह आज रात और कल तड़के कन्याकुमारी और पम्बन के बीच दक्षिणी तमिलनाडु को पार करेगा।
इसके प्रभाव से तमिलनाडु के दक्षिणी जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा की सम्भावना व्यक्त की गई है और दूरदराज के इलाकों में बहुत तेज वर्षा का अनुमान है। मौसम विभाग ने बताया है कि चक्रवात के तट से टकराने के दौरान 70 से 80 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं, जो बढ़कर 90 किलोमीटर प्रतिघंटे तक पहुंच सकती है।
चक्रवात बुरेवि के प्रभाव से तमिलनाडु के दक्षिण तटीय जिले रामनाथपुरम और कन्याकुमारी में आज सुबह से वर्षा हो सकती है। चक्रवात के कारण इस क्षेत्र में मछली पकड़ने की रूकी रहेंगी। इसके प्रभाव से कल रात से ही दक्षिणी तमिलनाडु में रुक-रुक कर वर्षा हो रही है। चेन्नई सहित कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम वर्षा हुई।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दक्षिणी राज्यों तमिलनाडु और केरल को चक्रवाती तूफान बुरेवि से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के लिए केन्द्र की ओर से हर सम्भव सहायता का आश्वासन दिया है। एक ट्वीट में श्री मोदी ने बताया कि उन्होंने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई. पलनीसामी और केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के साथ चक्रवाती तूफान बुरेवि के कारण उत्पन्न स्थिति पर बात की है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई. पलनीसामी ने बताया कि तमिलनाडु सरकार चक्रवात से निपटने के लिए ऐहतियाती कदम उठा रही है।
इस बीच तमिलनाडु सरकार समुद्र में गए मछुआरों की सुरक्षित वापसी के लिए हर सम्भव प्रयास कर रही है। तमिलनाडु से कुल 124 मछली पकड़ने की नौकाएं गहरे समुद्र में गई हैं। राज्य के मछली पालन विभाग ने भारतीय तटरक्षक बल और नौसेना के साथ मिलकर मछुआरों से सम्पर्क करने के प्रयास किया है और उन्हें चक्रवात के तट से टकराने से पहले वापस लौटने को कहा है। कन्याकुमारी जिले में थेंगापट्टनम से गहरे समुद्र में मछली पकडने गई 120 अन्य नौकाएं सुरक्षित वापस लौट आई हैं। राज्य के मछली पालन विभाग ने चेन्नई में राज्य स्तर पर 24 घंटे काम करने वाले नियंत्रण कक्ष को स्थापित किया है। इसके अलावा कन्याकुमारी और तूतिकोडी जिलों में भी नियंत्रण कक्ष संचालित किए जा रहे हैं।