राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग ने किसानों के खेतों तक पहुंचने के रास्तों को किया बंद -नाराज किसानों ने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
विशाल भौरासे की रिपोर्ट
- खेतों तक रास्ता नहीं बनाने से नाराज किसानों ने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन\
- सड़क ऊंचाई से प्रभावित कृषक के लिए सर्विस रोड बनाने की मांग
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बैतूल। बैतूल इंदौर फोरलेन निर्माण के दौरान कई स्थानों पर राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग ने किसानों के खेतों तक पहुंचने के रास्तों को बंद कर दिया है, जिसके कारण किसान अपने खेतों की फसल कटाई नहीं कर पा रहे हैं। सड़क ऊंचाई से प्रभावित कृषक सर्विस रोड बनाने की मांग लंबे समय से कर रहे हैं। इस संबंध में मंगलवार को दनोरा क्षेत्र के किसानों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर तत्काल उचित कार्यवाही करने की मांग की। किसानों द्वारा इस संबंध में कई बार विभाग को अवगत कराया जा चुका है। किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर खेतों तक पहुंचने के लिए रास्ता नहीं बनाया गया तो उग्र आंदोलन करेंगे।
किसानों ने बताया कि बैतूल इंदौर फोरलेन निर्माण के लिए एनएचएआई ने उनकी जमीन अधिग्रहित की थी। जिसमें कई किसानों के खेतों में यह मार्ग बन चुका है। लेकिन विभाग ने किसानों के खेतों तक पहुंचने के लिए कोई रास्ता नहीं छोड़ा है। अधिकांश किसानों के खेत एक-दूसरे के लगे हुए हैं। जिन्हें फसल कटाई के लिए हार्वेस्ट्रर तक ले जाने में परेशानियां हो रही हैं। निर्माणाधीन राष्ट्रीय राजमार्ग 47 की ऊंचाई 10 से 15 फिट हो गई है। मगर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने किसी भी खेत में जाने के लिए रैंप एवं सर्विस रोड नही बनाई है। कई स्थानों पर रैलिंग लगा दी गई है, जिससे किसानों को खेत में जाने का कोई विकल्प नहीं बचा है।किसानों ने कहा जब किसी किसान की जमीन पर कब्जा हो जाता है तो वह प्रशासन से शिकायत करने के लिए जाते हैं, लेकिन अब प्रशासन ने ही उनके खेत तक जाने का रास्ता बंद कर दिया है तो अब किसके पास जाए। इसलिए आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा।राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग ने फोरलेन बनाने के दौरान किसानों के बारे में नहीं सोचा। यदि इसे बनाने के समय ही हमारे खेतों तक जाने का रास्ता बना दिया जाता तो आज खेत में खड़ी फसल को काटने के लिए परेशान नहीं होना पड़ता। लेकिन विभाग ने अनदेखी की।
— यह है प्रमुख समस्या–
ग्राम पंचायत दानोरा पर स्थित निर्माणधीन फोरलेन मार्ग नदी (लेंडी नंदी) व पीर बाबा की दरगाह से लेकर लगभग 1 किलोमीटर दनोरा की ओर रोड की ऊंचाई लगभग 25 फीट होने के कारण किसानों को कृषि उपकरण ट्रैक्टर, हार्वेस्टर, गन्ने की ट्राली, अनाज की ट्राली को मुख्य मार्ग पर निकालने में अत्याधिक समस्या का सामना करना पड़ रहा है। खेत में आवागमन प्रभावित होने से कृषि संबंधित कार्य में विभिन्न समस्या का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने मार्ग की दोनो ओर सर्विस रोड बनाने की मांग की। ज्ञापन देने वालों में मौजीलाल ठाकरे, महेश गोचरे, नानकराम सरले, बलवीर मालवीय, शिव शंकर मालवीय, दुर्गा प्रसाद मालवीय, आशीष मालवीय, करुणा मालवीय, परमानंद ठाकरे, आनंद पवार, दीनदयाल पवार, प्रदीप सरनेकर, पीयूष पंडोले, प्रशांत मंसल, सुरेश सरनेकर, रमेश पवार, मनोज ठाकरे, उमाशंकर मालवीय, गोपाल मालवीय शामिल है।