लोकनाथ कंपनी के कारण विद्युत कंपनी सारणी को लग सकता है डैमरैज
ब्यूरो रिपोर्ट
सीएमडी साहब नहीं लेते संज्ञान
बोनस की मांग पर हुआ बवाल
श्रमिकों का किया जाता है शोषण
सारनी। एक ओर जहां पुरी विद्युत नगरी दीपावली पर्व की तैयारी में लगी थी। वहीं दूसरी ओर दीपावली के एक दिन पूर्व सीएचपी चार में कार्यरत लोकनाथ कंपनी के कर्मचारी बोनस के लिए जद्दोजहद कर रहे। पहली बार लोकनाथ कंपनी के कर्मचारियों ने एकजुटता दिखाकर कंपनी के खिलाफ मोर्चा खोला और उनकी मेहनत रंग लाई। कंपनी न सिर्फ कर्मचारियों के आगे नतमस्तक हुई। बल्कि बोनस की मांग को पूरा करने पर सहमति दी। वही 182 कर्मचारियों को दो- दो हजार रुपए नगद दिए। बाकी शेष राशि कंपनी के उच्च अधिकारियों के आने के बाद 16 नवंबर को देने की बात कही। कर्मचारियों ने लिखित आवेदन देकर कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर को अवगत कराया कि अगर कंपनी के कर्मचारियों की मांग समय पर पूरी नहीं हुई। तो कर्मचारी 16 को दोपहर 3:00 बजे से एक बार पुनः हड़ताल पर बैठ जाएंगे। इतना ही नहीं बल्कि मतदान करने भी नहीं जाएंगे और नाही अपने परिजनों को जाने देंगे। जिसकी जवाबदारी संबंधित कंपनी की होगी।
कंपनी की नीतियों से असंतुष्ट होकर 11 नवंबर को लोकनाथ कंपनी के कर्मचारियों ने हड़ताल की। इस दौरान छप से ऑन डैम का कार्य पूरी तरह से प्रभावित रहा। जिसके चलते बंकर लेवल 14- 14 डाउन हो गया था। वहीं दोपहर 1:30 बजे से आई कोयले की रेट समय से लगभग 5 घंटा देरी से खाली हो पाई। जिसके चलते उसके पीछे आई दूसरी कोयले की रेक भी 2 घंटा विलंब से खाली हो पाई और एमपी पीजीसीएल को लगभग 7 घंटे का डैमरैज लगा।