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बड़ी खबर – निशा बांगरे का इस्तीफा शासन ने किया स्वीकृत -तो क्या कांग्रेस की चाल हुई कामयाब …..?

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ब्यूरो रिपोर्ट

आमला विधानसभा से इस्तीफे के लिए संघर्ष कर रही डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे का इस्तीफा आखिरकार शासन ने स्वीकार कर लिया है। बता दे की विगत तीन माह पूर्व से डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे अपना इस्तीफा स्वीकार कराने के लिए सड़कों पर संघर्ष कर रही थी। लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी अड़ंगा लगा सामान्य प्रशासन इस्तीफे की राह में रोड़ा बना हुआ था। यहाँ तक की डिप्टी कलेक्टर को हाईकोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका लगानी पड़ी थी।

किन्तु नतीजा सिफर ही रहा। लेकिन जैसे ही कांग्रेस ने आमला सीट पर मनोज मालवे को प्रत्याशी घोषित किया छुट्टी के दिन भी प्रशासन बेक डेट में इस्तीफा स्वीकार कर आदेश जारी कर दिए। बता दे की कल देर रात 10 ;30 बजे कांग्रेस ने बची हुई एक सीट आमला पर अपना प्रत्याशी घोषित किया था। जिसके बाद जानकारों की माने तो ये तय हो गया था की अब किसी भी समय निशा बांगरे का इस्तीफा मंजूर हो सकता है। और हुआ भी यही  12 घंटे भी नहीं गुजरे की जो चाहते थे वो खबर आ गई।

हालांकि माननीय न्यायालय ने भी सामान्य प्रशासन को सख्त आदेश देते हुए शीघ्र इस्तीफे पर फैसला लेने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद मामले में तेजी आई थी

बता दे की डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे आमला विधानसभा से कांग्रेस से प्रबल दावेदारी कर यही थी। और उनके लिए ही सभी सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर केवल आमला होल्ड कर दी गई थी।

तो क्या अब कांग्रेस ने कोई नई चाल चली और इस्तीफा मंजूर कराने मनोज मालवे के नाम की घोषणा कर पासा फेका। आने वाले समय में यदि कांग्रेस आमला सीट पर फेरबदल करती है तो हैरत की बात नहीं होगी। राजनीति में कुछ भी संभव है।

वही कांग्रेस भी हर हाल में डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे को मजबूत प्रत्याशी मानते हुए हर हाल में आमला सारणी विधानसभा से मैदान में उतारना चाहती थी। यही वजह रही की कांग्रेस भी डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे के इस्तीफे के मंजूर होने की राह तक रही थी।

अन्यथा मनोज मालवे पहले से कांग्रेस के सूची में दावेदार है और पहले भी कांग्रेस की टिकट पर आमला सारणी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ चुके है। लेकिन डॉक्टर योगेश पंडाग्रे से शिकश्त मिली। यदि मनोज मालवे का नाम फाइनल करना होता तो पहले या दूसरे सूची में ही कर देती। इसका मतलब साफ़ है कि कही ना कहीं कांग्रेस डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे के लिए ही आमला सारणी होल्ड कर रखी थी।

ये आने वाला वक्त ही बताएगा की ऊंठ किस करवट बैठता है। बरहाल मनोज मालवे अब कांग्रेस से अधिकृत घोषित प्रत्याशी है। और  ये भी सही है की एक बार बड़ी जीत हासिल करने वाले भाजपा प्रत्याशी  डॉक्टर योगेश पंडाग्रे कमजोर प्रत्याशी नहीं है। इस सीट पर चुनाव दिलचस्प होगा।