हिंदू धर्म में शास्त्र एवं शास्त्र दोनों का समान महत्व तरुण साहू विश्व हिंदू परिषद ने किया शस्त्र पूजन
विशाल भौरासे की रिपोर्ट
बैतूल।विश्व हिंदू परिषद के तत्वावधान जिला बैतूल के ग्राम रेड़वा और ग्राम जावरा में शस्त्र पूजन किया गया जिसमें विश्व हिंदू परिषद के विभाग गौ रक्षा प्रमुख तरुण साहू ने बताया की हिंदू धर्म में शास्त्र एवं शास्त्र दोनों का समान महत्व है उन्होंने कहाकी विश्व हिंदू परिषद संपूर्ण भारतवर्ष में नवरात्रि की अवसर पर शस्त्र पूजन के कार्यक्रम आयोजित करवाता है जिसका मुख्य तात्पर्य हमारी संस्कृति को बचाए रखना है नवरात्र पर्व में जहां शक्ति की पूजा की जाती है वहीं विश्व हिंदू परिषद है नई पीढ़ि अर्थात माता बहनों के बीच शस्त्र पूजन कार्यक्रम करके हिंदू जाति के पुरुषार्थ और संबल को बड़ाने हेतु देश भर की प्रत्येक प्रांतों में शस्त्र पूजन का कार्यक्रम प्रति वर्ष करता है
विश्व हिंदू परिषद के जिला सह मंत्री विशाल भौरासे ने बताया कि
माता दुर्गा को अपनी प्रेरणास्रोत मानकर दुर्गा वाहिनी की स्थापना 1991 में अष्टमी के दिन हुई थी और प्रथम संयोजिका (अध्यक्ष) दीदी साध्वी ऋतंभरा एवं सह संयोजिका डॉ निर्मला पुरोहित को बनाया गया था. इनके नेतृत्व में ही सेवा, सुरक्षा और संस्कार को अपना ध्येय वाक्य मानकर देशभर की महिलाओं व युवतियों को अपने समाज, धर्म व राष्ट्र के लिए समाज में व्याप्त दुराचार, भ्रष्टाचार एवं कुरीतियों के प्रति जागरूक करने का कार्य प्रारंभ किया गया. सेवा यानी समाज में निःस्वार्थ भावना से सेवा कार्य करना कहीं ना कहीं हम समाज से नहीं जुड़ पाते हैं. इस कारण धर्मांतरण के माध्यम से वह हमसे टूटने लगते हैं, तो इस स्थिति को सुधारने का एक प्रयास करना, सुरक्षा यानी वर्तमान स्थिति के अनुसार सबसे पहले महिलाओं को अपनी अस्मिता की की सुरक्षा कैसे करनी है इस पर कार्य करना, आज कहीं ना कहीं बहनें आत्मसम्मान, आत्म सुरक्षा के गुण को नहीं अपनाने और हम किस कुल से हैं किस धर्म से हैं इस बात को नहीं समझ पाने के कारण या फिर यह कहें कि अपने महत्व को ना समझ पाने के कारण ही लव जिहाद से अपना जीवन बर्बाद कर रही हैं. इन्हीं विषयों को ध्यान में रखकर सुरक्षा के क्षेत्र में कार्य किया जाता है. कार्यक्रम में मुख्य रूप से धर्माचार्य प्रमुख रूपेश यादव
बुधराव वागमारे, निलेश साहू, टोनी पाटिल सहित अन्य लोग मौजूद रहे