अखिल भारतीय गोंडवाना पार्टी में तालमेल नहीं -फिर सूची की जारी
ब्यूरो रिपोर्ट
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए राजनैतिक दल कमर कस मैदान में उत्तर चुके है। भाजपा कांग्रेस के आलावा क्षेत्रीय पार्टियां भी दमखम के साथ अपने प्रत्याशी उतारने जा रही है। जहाँ बहुजन समाज पार्टी , समाजवादी पार्टी और अन्य दलो ने अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए है वही आदिवासी समाज का प्रतिनिधित्व करने वाली गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने भी ताल ठोंक अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की है। इसी के साथ एक और संगठन अखिल भारतीय गोंडवाना पार्टी के नाम से उभर कर सामने आया है। जिसके राष्ट्रीय अध्यक्ष झमकलाल सरयाम और महासचिव पुजारी धुर्वे के द्वारा 11 अक्टूबर को 21 प्रत्याशियों के नामों की सूची जारी की गई थी। तो वही अब इसी संगठन यानी अखिल भारतीय गोंडवाना पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जयपाल उइके के द्वारा 20 अक्टूबर को 24 प्रत्याशियों के नामों की सूची जारी की गई है। जिसमे वे विधानसभा क्षेत्र भी है जहाँ पहले की सूची में अन्य प्रत्याशी का नाम है। ऐसे में संशय की स्थिति बन गई है।
ये हाल केवल गोंडवाना पार्टी का नहीं है। जयस में भी फुट दिखाई दे रही है। जहाँ हीरा आलावा की प्रतिनिधित्व वाली जयस (जय आदिवासी युवा शक्ति) कांग्रेस से गठबंधन कर सीटों का बंटवारा कर चुकी है। वही दूसरी ओर जयस यानी जय आदिवासी शक्ति का उदय हो गया है। जिन्होंने आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र बैतूल से पांचो विधानसभा से अपने प्रत्याशी उतारने का एलान कर दिया है।
बात की जाय अखिल भारतीय गोंडवाना पार्टी की तो मोनिका वट्टी के भाजपा में जाने से और छिंदवाड़ा के अमरवाड़ा से भाजपा प्रत्याशी घोषित किये जाने से अखिल भारतीय गोंडवाना पार्टी का तालमेल बिगड़ गया है।
अखिल भारतीय गोंडवाना पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष झमकलाल सरयाम का कहना है की उनके पास पार्टी के संचालन के पुरे अधिकार है ,वे पूरी जिम्मेदारी से पार्टी की विचारधारा के साथ सामाजिक कल्याण के लिए पार्टी से प्रत्याशी उतारेंगे। उन्होंने कहा की अखिल भारतीय गोंडवाना पार्टी जल्द अपनी दूसरी सूची भी जारी करने जा रही है।