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अपने खर्च पर जाकर आइस स्टॉक में बच्चों ने जिले का नाम किया रोशन

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संतोष प्रजापति की रिपोर्ट 

  • अपने खर्च पर जाकर आइस स्टॉक में जिले का नाम रोशन किया
  • निजी स्कूल के 14 बच्चों ने,ब्रॉन्ज और सिल्वर मेडल जीते ,
  • खेल विभाग की नाकामी फिर आई एक बार सामने

एंकर- मध्यप्रदेश के बैतूल में खेल विभाग ने अलग ही खेला चल रहा है जहाँ होनहार प्रतिभावान बच्चों के लिए शासन से खेलों के नाम से बजट आता है पर खेल विभाग में पदस्थ कर्मचारियों में इसकी बंदरबांट हो जाती है अभी ताजा मामला सामने आया है जहाँ बैतूल के निजी स्कूल के 14 बच्चों ने नेशनल लेवल पर जिले का नाम रोशन किया है ये बच्चे अपने स्वयं के खर्च पर नेशनल टूर्नामेंट में आइस स्टॉक खेलने पुणे गए थे जहाँ 16 राज्यों की टीम शामिल हुई थी आपको बता दें कि नेशनल
आइस स्टॉक स्पोर्ट समर चैम्पियनशिप 2023 पुणेमहाराष्ट्र में 10 अक्टूबर से 13 अक्टूबर तक आयोजित की गईहै, जिसमें देश के विभिन्न राज्यों
की टीमों ने हिस्सा लिया था बैतूल के खिलाड़ीयों में जूनियर बालक टीम में दक्ष पाटिल (कप्तान), मिस्बाह अहमद, भव्य डोंगरे, आदर्श पवार, जूनियर बालिका टीम में सुप्रिया प्रजापति (कैप्टन),अंजलि धुर्वे, डोली पवार,कनिष्का पवार, लिषिका पवार,हिमांशी पवार, यूथ बालक टीम, लकवीर राजपूत (कप्तान)राहिल खान, जीशान अहमद यदुराज राजपूत ।

इस टूर्नामेंट में शामिल खिलाड़ियों ने बैतूल के लिए कुल 19 मैडल जीतकर लाये है जिनमे ब्रॉन्ज और सिल्वर मैडल शामिल है खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन को देखकर मध्य प्रदेश आइस स्टॉक के सचिव पंकज जैन एवं आइस स्टाक एसोसिएशन के डायरेक्टर अबरार अहमद शेख एवं स्कूल प्रबंधक फादर जोजो, फादर संजीव और प्रिंसिपल सिस्टर डायना अलेक्स, एवं समस्त शिक्षक गण ने सभी खिलाड़ियों का उत्साह वर्धन किया एवं शानदार प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दी ।

वहीं दुर्भाग्य की बात यह है कि यह खेल एशियन गेम्स में शामिल है और ओलिम्पिक में भी आइस स्टाक को मान्यता मिली हुई है। बावजूद इसके मध्यप्रदेश शासन से आने वाले खिलाड़ियों के फंड का एक भी हिस्सा इस खेल को जिले में बढ़ावा देने के लिए विभाग द्वारा किसी तरह की मदद नही की जा रही है खिलाड़ियों को अपने स्वयं के खर्च पर इस टूर्नामेंट में शामिल होना पड़ा और खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से खेल विभाग के मुँह पर करारा तमाचा मारा है ।