67 लाख की लागत से बना माचना एनीकेट पर बना स्टॉपडेम ठेकेदार और इंजीनियर वागद्रे के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा
बैतूल से संतोष प्रजापति की रिपोर्ट
- 67 लाख की लागत से बना माचना एनीकेट पर बना स्टॉपडेम
- ठेकेदार और इंजीनियर वागद्रे के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा,
- पहली ही बारिश नही झेल पाया,खुल गई भ्रष्टाचार की पोल
मध्यप्रदेश के बैतूल की नागपालिका में हो रहे भ्र्ष्टाचार की जितनी बात की जाए उतनी कम है चाहे सीसी रोड हो ,नाली निर्माण हो या स्टॉप डेम निर्माण हो सब जगह भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार नजर आ रहा है ऐसा ही एक ताजा मामला नगरपालिका क्षेत्र के विवेकानंद वार्ड स्थित माचना एनीकेट का सामने आया है जहाँ 67 लाख की लागत से स्टॉप डेम का निर्माण कार्य स्वीकृत हुआ था यह कार्य कुछ ही महीने नगर पालिका द्वारा स्वीकृत किया गया था ठेकेदार एवं इंजीनियर नगेंद्र वागदरे की मिली भगत से लीपा पोती करते हुए यह स्टाफ डेम तीन से चार माह की अवधि में बनकर तैयार किया गया जब यह स्टाप डेम बन रहा था तब वार्ड पार्षद द्वारा मौके पर अनेकों बार जाकर ठेकेदार एवं इंजीनियर को चेताया था कि यहां पर जो कार्य किया जा रहा है वह गुणवत्ताहीन है परन्तु वार्ड पार्षद की बात ना ही ठेकेदार ने सुनी और ना ही इंजीनियर नगेंद्र वागदरे,ने जब इस घटिया निर्माण कार्य की जानकारी मीडियाकर्मियों को लगी तो वे मौके पर पहुँचे और देखा कि कार्य बिल्कुल ही गुणवत्ताहीन है तब मीडिया कर्मियों द्वारा इंजीनियर नगेन्द्र वागद्रे से कई बार संपर्क किया गया तो समय ना होने का हवाला देकर अपनी जिम्मेदारी से भागते नजर आए ।
अंजू शर्मा ( पार्षद)
इस पूरे मामले में आखिर परिणाम यह हुआ, 68 लख रुपए की लागत से बना माचना एनिकेट पर बना स्टाफ डेम ठेकेदार और इंजीनियर नगेंद्र वागदरे के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुका और पहले ही बरसात झेल नहीं,पाया।इससे तो साफ जाहिर हो जाता है कि इस पूरे भ्रष्टाचार के मामले में इंजीनियर वागद्रे की मुख्य भूमिका है इसीलिए नगरपालिका के अधिकारी दिन रात चौगुनी तरक्की कर रहे है ।और शासन के पैसों की बंदरबाट लगी जा रही है अब देखना यह है कि इस भारी भ्रष्टाचार के मामले में नगरपालिका के आला अधिकारी जिम्मेदारों पर क्या कार्यवाही करते है ।
महेश चंद्र अग्रवाल( नपा इंजीनियर)
हो सकता है कि यह मामला नए पदस्थ हुए सीएमओ नगर पालिका के संज्ञान में नहीं है। फिलहाल इस भ्रष्टाचार को लेकर मीडिया कर्मी शीघ्र ही सामान्य प्रशासन भोपाल एवं उच्च अधिकारियों से संपर्क कर इस मामले की शिकायत करेंगे। मीडिया कर्मियों द्वारा इंजीनियर महेश चंद्र अग्रवाल को स्टाफ डैम के संबंध में बताया जा चुका है उनका कहना है कि वह शीघ्र ही पूरे मामले को लेकर ठेकेदार एवं नगेंद्र वागदरे से चर्चा करेंगे एवं अग्रिम कार्रवाई करेंगे।