राष्ट्र रक्षा मिशन ने बैतूल को दी पूरे देश में अलग पहचान 24 वर्षों में परम्परा बन गया सरहद पर रक्षाबंधन
गौरी बालापुरे
राष्ट्र रक्षा मिशन ने बैतूल को दी पूरे देश में अलग पहचान
24 वर्षों में परम्परा बन गया सरहद पर रक्षाबंधन
नारी उत्थान समिति के अभिनंदन समारोह में सरहदी बेटियों का सम्मान
बैतूल। कारगिल युद्ध के बाद से देश की सरहदों पर रक्षाबंधन मनाने की जो पहल बैतूल से शुरु हुई थी उसका 24वां पड़ाव इस वर्ष 30 एवं 31 अगस्त को भारत-चीन-म्यानमार-तिब्बत बार्डर तवांग में पूरा होगा। इसके पूर्व नारी उत्थान समिति बैतूल द्वारा देश की अंतराष्ट्रीय सीमाओं पर तैनात जवानों के साथ रक्षाबंधन का पर्व मनाने वाले बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति के राष्ट्र रक्षा मिशन दल-2023 की मंगलमय यात्रा के लिए अभिनंदन कार्यक्रम कुनबी समाज मंगल भवन में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सांसद डीडी उईके, विशिष्ट अतिथि नगर पालिका परिषद अध्यक्ष पार्वती बाई बारस्कर, पूर्व सैनिक संघ के जिला अध्यक्ष पंडरी डांगे, राष्ट्र रक्षा मिशन के संरक्षक मनीष दीक्षित, परमजीत सिंह बग्गा, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री हरसुले, समाजसेवी डॉ.विनय सिंह चौहान, पार्षद वर्षा बारस्कर, कायम कावरे, सोमती धुर्वे सहित नगर के सामाजिक संगठन के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में मौजूद थे। इस वर्ष सरहद पर गौरी भारत पदम के नेतृत्व में मेहर प्रभा परमार, प्रज्ञा झगेकर, अरुणा पाटनकर, निशि राठौर, आकृति परमार, दिव्या देशमुख, नीलेश उपासे, अरुण सूर्यवंशी, प्रियंका पंडोले, प्रचिति कमाविसदार सहित अन्य लोग आईटीबीपी के जवानों के साथ रक्षाबंधन का पर्व मनाएंगे।
धर्म और संस्कृति के लिए जीने वालों की संख्या मुट्ठी भर सांसद
राष्ट्र की चतुॢदक सीमाओं पर तैनात सैनिकों के साथ रक्षाबंधन का पर्व मनाने की शुरुआत बैतूल की बेटियों ने की है। भारत की रक्षा समिति के सदस्य एवं बैतूल-हरदा संसदीय क्षेत्र के सांसद डीडी उईके ने शुभयात्रा एवं अभिनंदन कार्यक्रम में संबोधन की शुरुआत करते हुए यह बात कहीं। श्री उईके ने रक्षाबंधन की परम्परा सरहदों तक जीवंत रखने की सराहना करते हुए कहा कि धर्म और संस्कृति के लिए जीवन जीने वाले लोग मुठ्ठी भर होते है। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा करने वाले सैनिकों की रक्षा की कामना हर वर्ष बैतूल से राखियों के माध्यम से सरहदों तक पहुंचती है। यह बहुत ही संवेदनशीलता के साथ-साथ हिम्मत का काम भी है। राष्ट्र रक्षा मिशन ने बैतूल को पूरे देश में अलग पहचान दी है। कार्यक्रम में श्री उईके ने रक्तदान की अलख जिले में जगाने वाले समाजसेवी मनीष दीक्षित के सेवा कार्यों की भी सराहना की। नगर पालिका अध्यक्ष पार्वती बाई बारस्कर ने कहा कि पहली बार नगर पालिका की ओर से भी सेना के लिए पार्षद बहनों के साथ मिलकर नगर पालिका क्षेत्र की महिलाओं ने राखियां बनाई। रक्षाबंधन पूरे देश में एक या दो दिन मनता है, लेकिन बैतूल में रक्षाबंधन का उत्सव बिटिया गौरी की वजह से दो महीने पहले से देखने मिलता है। इस माध्यम से जिले का हर व्यक्ति देश की सीमाओं पर तैनात सैनिकों से जुड़ जाता है।
— सरहद के अनुभव सुन भावुक हुए लोग–
इस अवसर पर आयोजक नारी उत्थान समिति ने राष्ट्र रक्षा मिशन की संचालक गौरी पदम का शॉल श्रीफल से सम्मान कर यात्रा के लिए शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम का उद्देश्य एवं स्वागत उदबोधन नारी उत्थान समिति की अध्यक्ष संगीता घोडक़ी द्वारा दिया गया। सरहद पर रक्षा बंधन मनाने वाले सदस्य वंदना पंडाग्रे, जमुना पंडाग्रे, मेहरप्रभा परमार, नीलेश उपासे, हर्षित पण्डाग्रे ने अपने अनुभव भी सुनाएं। इन अनुभवों को सुनकर दर्शक दीर्घा में बैठे लोग भावुक हो उठे। लिटिल फ्लावर स्कूल के बालक बालिकाओं द्वारा देश भक्ति से ओतप्रोत गीतों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। 15 सदस्यीय दल इस वर्ष रक्षाबंधन तवांग में मनाएंगा। गरिमामय कार्यक्रम के माध्यम से हौसलाअफजाई के लिए राष्ट्र रक्षा मिशन की संचालक गौरी पदम ने नारी उत्थान समिति के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि अपने लोगों से मिला प्रोत्साहन ही उन्हें कठिन रास्तों पर चलने के लिए हौसला देता है। इस अवसर पर डॉ विनय सिंह चौहान ने देशभक्ति गीत की प्रस्तुति से कार्यक्रम को ऊर्जा दी। सफल कार्यक्रम में नारी उत्थान समिति की सचिव ममता कुबडे राजेश्वरी लिखितकर, विभा वागद्रे अनिता हेमलता सहित अन्य वनीता बोहरपी हीरा चढ़ोकार लता चढ़ोकार माधुरी मस्की कविता धोटे संगीता गलफट मधुबाला देशमुख, रेखा बारस्कर, अनिता वागद्रे, नीतू चढ़ोकार, ममता बारस्कर, मनीषा कनाठे, मोनिका वागद्रे, सुमित्रा माकोडे पदाधिकारियों एवं सदस्यों का सहयोग रहा। कार्यक्रम का संचालन अनुराधा देशमुख एवं अरुणा पाटनकर ने किया आभार अलका वागद्रे द्वारा व्यक्त किया गया।
सामाजिक संगठनों ने सैनिकों के लिए संदेश, पत्र, राखी-रुमाल किए भेंट
कार्यक्रम में सामाजिक संगठन लायंस क्लब बैतूल सिटी, लोनारी कुनबी समाज संगठन, वनिता समाज, जिला अजाक्स संगठन, पारमिता जन सेवा समिति, नारी उत्थान समिति, गायत्री परिवार, समाजसेवी धीरज बोथरा, धीरज हिराणी, अनिल खवसे, सुमिता माकोड़े, कविता प्रजापति, लता चढ़ोकार, पूर्व सैनिक संगठन, पूर्व सैनिक महिला संगठन, किराड़ महिला मंडल, डॉ माधवी ठाकुर, राजा भोज कॉलेज जामठी, वीवीएम कॉलेज बैतूल, ललिता मानकर, माधुरी पुजारे, ग्लोबल पब्लिक स्कूल, मातृ शक्ति जागरण मंच सहित अन्य लोगों ने सैनिकों के लिए रूमाल, राखी एवं अन्य भेंट राष्ट्र रक्षा मिशन को सौंपी। सामाजिक संगठनों से प्राप्त भेंट सैनिकों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी ईमानदारी से निभाने का वादा इस दौरान श्रीमती पदम ने किया।