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स्पेन की टीम ने बैतूल के ऑटो एम्बुलेंस चालकों-सडक़ दुर्घटना, हार्ट अटैक, मिर्गी और लकवा लगने पर प्राथमिक उपचार के दिए टिप्स

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गौरी बालापुरे की रिपोर्ट 

स्पेन की टीम ने बैतूल के ऑटो एम्बुलेंस चालकों को किया प्रशिक्षित
सडक़ दुर्घटना, हार्ट अटैक, मिर्गी और लकवा लगने पर प्राथमिक उपचार के दिए टिप्स
पाढर हास्पीटल के माध्यम से बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति ने आयोजित की कार्यशाला

बैतूल। सडक़ दुर्घटना होने पर घायलों को तत्परता से समीपस्थ हास्पीटल पहुंचाने वाले ऑटो एम्बुलेंस चालकों को 22 अगस्त को पाढर हास्पीटल के माध्यम से स्पेन से आई विशेषज्ञों की टीम ने प्रशिक्षित किया। नगर पालिका बैतूल के सभाकक्ष में आयोजित कार्यशाला में बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति के जीवन रक्षक प्रकल्प ऑटो एम्बुलेंस योजना से जुड़े ऑटो चालकों को स्पेन से आई मिस एरोरा गोइबू्र, मिस इराती रोंकल एवं समर्पित चरण द्वारा आकस्मिक परिस्थितियों में मरीजों को अस्पताल पहुंचाने से पहले रखने वाली सावधानी एवं प्राथमिक चिकित्सा के संबंध में जानकारी दी। कार्यशाला में बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति की अध्यक्ष गौरी बालापुरे, सचिव भारत पदम, कोषाध्यक्ष जमुना पंडाग्रे, वरिष्ठ सदस्य हर्षित पंडागे्र, सुमित नागले, मेहरप्रभा परमार प्रमुख रुप से मौजूद रहे। नगर पालिका बैतल के सीएमओ ओमपाल सिंह भदौरिया एवं स्टाफ ने कार्यशाला आयोजित करने में पूरा सहयोग प्रदान किया। कार्यशाला पाढर हास्पीटल के संचालक डॉ राजीव चौधरी, प्रबंधक विकास सोनवाने के मार्गदर्शन में आयोजित की गई। इस अवसर पर बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति द्वारा विदेशी मेहमानों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।


सिक्का अटकने पर पीठ पर मारे, हार्ट अटैक आने पर तत्काल कुछ न खिलाये-पिलाए
मिस एरोरा एवं इराती द्वारा सडक़ दुर्घटना में फैक्चर की आशंका होने पर क्या सावधानी रखनी है यह जानकारी दी गई। फैक्चर होने पर किसी पटिया की मदद से हाथ या पांव को सीधा रखने का प्रयास करने, मिर्गी आने पर मरीज को करवट पर रखने, सिक्का या अन्य कोई ठोस चीज गले में अटकने पर पांच बार पीठ और पांच बार पेट पर मारने की थेरेपी, बेहोश व्यक्ति को होश में लाने, हार्ट अटैक से सांस रुकने पर वापस धडक़न चलने लगे इसके लिए किस तरह प्रयास किया जाना चाहिए,नाक से खून आने पर गीले कपड़े का उपयोग, नाक दबाने की जानकारी दी। लकवा लगने पर क्या सावधानी रखनी है आदि महत्वपूर्ण जानकारी दी। इस दौरान बताया गया कि बेहोशी में, हार्ट अटैक, मिर्गी एवं लकवा के मरीज को तत्काल कुछ भी खिलाना या पिलाना नहीं चाहिए। स्पेनिश टीम द्वारा किया गये अंगे्रजी संवाद को पाढर हास्पीटल की इमरजेंसी टीम के सदस्य समर्पित द्वारा हिन्दी में अनुवाद किया। इसके अलावा प्रोजेक्टर के माध्यम से भी जानकारी दी गई। प्रशिक्षण दल के साथ टेक्रिकल टीम भी मौजूद रही।इस दौरान शहर को स्वच्छ रखने के लिए लोगो को जागरूक करने की अपील भी बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति द्वारा की गई।


ऑटो एम्बुलेंस चालकों ने कहा मिली काम की जानकारी
कार्यशाला में शामिल हुए ऑटो एम्बुलेंस चालक नीलेश चौधरी, मनीष मालवीय, ओमप्रकाश खड़से, मोहन सोनी, शफीक भाई, अजय राठौर, बाबू, इरशाद, सादिक खान, धर्मेन्द्र कुमार मन्द्रे, अज्जू, तोदासिंह सोलंकी, शफीक एवं विजय राठौर सहित अन्य ऑटो चालकों का कहना है कि यह जानकारी उनके लिए महत्वपूर्ण है। गौरतलब है जिले के ऑटो चालक किसी सडक़ दुर्घटना के बाद तत्काल घायलों की मदद करते है। ऑटो एम्बुलेंस योजना से जुड़े ऑटो चालको को इसी वजह से पाढर अस्पताल प्रबंधन द्वारा आकस्मिक परिस्थित में सावधानी एवं सतर्कता के साथ अस्पताल पहुंचाने संबंधी प्रशिक्षण दिया गया। ऑटो एम्बुलेंस चालकों को महत्वपूर्ण प्रशिक्षण दिए जाने हेतु संस्था अध्यक्ष द्वारा पाढर अस्पताल एवं विदेशी मेहमानों एवं सहयोग के लिए नगर पालिका सीएमओ श्री भदौरिया के प्रति आभार व्यक्त किया।