कोल सैंपलिंग में कार्यरत सिंमफर और कोटेक्नो कंपनी की विजिलेंस से जांच की उठी मांग
ब्यूरो रिपोर्ट
- कोल सैंपलिंग में कार्यरत सिंमफर और कोटेक्नो कंपनी की विजिलेंस से जांच की उठी मांग
- मजदूरों के शोषण के बाद कोटेक्ना कंपनी का एक और नया मामला
वेस्टर्न कोलफील्ड एरिया पाथाखेड़ा में और सारणी प्लांट के कोल हैंडलिंग प्लांट में कोयले की जांच के कार्य में तैनात सिंमफर कंपनी पिछले कई वर्षों से कोल सैंपलिंग का कार्य कर रही है उसके द्वारा यह कार्य कोटेकना कंपनी को पेटी पर दिया गया है
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोटेकना कंपनी को किसी को भी बीटीसी कराने के लिए पत्राचार करने का अधिकार नहीं है और बीटीसी कराने के लिए पूर्व में प्रबंधन द्वारा तय की गई राशि जमा करने के पश्चात मेडिकल किया जाता है एवं उसके बाद बीटीसी के आदेश जारी होते हैं परंतु उक्त कंपनी द्वारा बिना मेडिकल के ही लगभग 11 श्रमिकों से बीटीसी कराई गई
जो की सघन जांच के दायरे में है
स्थानीय युवा श्रमिक नेता सतीश बामने ने बताया कि बीटीसी प्रबंधन के नियम शर्तों के अनुरूप होना चाहिए नियमों का उल्लंघन कर बीटीसी करवाना 420 की श्रेणी में आता है उक्त कंपनी की कार्य शैली से असंतुष्ट श्रमिकों ने उक्त विषय को लेकर स्थानीय डब्लू सी एल प्रबंधन से लेकर जिला कलेक्टर एवं श्रम अधिकारी तक आवेदन प्रस्तुत किए जिसमें जांच चल रही है
एवं मामला सिविल कोर्ट भी जा पहुंचा है
मगर अब उक्त श्रमिकों द्वारा विजिलेंस जांच की मांग की जा रही है
कोटेकना कंपनी द्वारा भी यह कार्य पेटी पर अहमदाबाद की केनी नाम की कंपनी को दिया गया जिसके द्वारा मजदूरों का जमकर शोषण कर उन्हें शासन के नियम शर्तों के अनुरूप वेतनमान नहीं दिया गया एवं अपना पक्ष रखने पर लगातार स्थानीय श्रमिकों को उक्त कार्य से बाहर कर दिया गया
इनका है कहना
सिंमफर एवं कोटेक्ना कंपनी में मजदूरों के शोषण एवं गलत तरह से बीटीसी करने का मामला मेरे संज्ञान में है जांच कराकर मामले का समाधान जल्द करवाएंगे
जगन्नाथ डेहरिया,
सांसद प्रतिनिधि,
वेस्टर्न कोलफील्ड एरिया पाथाखेड़ा
इनका है कहना
बीटीसी में गड़बड़ी से संबंधित जानकारी मैं नहीं दे पाऊंगा
प्रमोद आठवले
बीटीसी, ट्रेनिंग अधिकारी
वेस्टर्न कोलफील्ड एरिया पाथाखेड़ा
इनका है कहना
बीटीसी मैं गड़बड़ी से संबंधित जानकारी बीटीसी अधिकारी ही दे पाएंगे
ए पी एम प्रसाद
वेस्टर्न कोलफील्ड एरिया पाथाखेड़ा