छात्रावास में हुआ छात्र पर धारदार हथियार से हमला नहीं थम रहे आदिवासियों पर अत्याचार के मामले
विशाल भौरासे की रिपोर्ट
- शौच को गए आदिवासी छात्र पर धारदार हथियार से हमला, छात्रावास परिसर की घटना।
- हमलावर अज्ञात , हमला कर हुआ फरार।
- छिंदवाड़ा के हर्रई ब्लॉक के परतापुर छात्रावास का मामला।
- लापरवाह अधिकारी प्रकाश कालंबे पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग।
- ब्लॉक शिक्षा अधिकारी हरई में विकास खंड में 13 सालों से जमे होने के बाद भी नहीं बनवा पाए बाउंड्री वाल।
- विकास खंड शिक्षा अधिकारी प्रकाश कालंबे कर रहा कमलनाथ की छवि खराब।
- कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त दिनेश कुमार अंगारिया (भारिया समाज प्राधिकरण अध्यक्ष )ने दी चेतावनी।
- जल्द कार्रवाई नहीं होने पर अपने समूचे आदिवासी भारिया समाज के साथ मिल कर आंदोलन करने को होंगे बाध्य।
प्रदेश में लगातार आदिवासी उत्पीड़न की घटनाएं सामने आ रही है। जहाँ सीधी के पेशाब काण्ड ने प्रदेश को शर्मसार किया है तो वही अब पूर्व मुख्यमंत्री के गृह जिले छिंदवाड़ा के विकास खंड हर्रई से सरकारी हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करने वाले आदिवासी छात्रों के छात्रावासों की सुरक्षा पर सवाल खड़े करा दिए है।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के जिले में आदिवासी बालक पर छात्रावास परिसर में घुस अज्ञात युवक ने धारदार हथियार से हमला कर दिया।अज्ञात युवक ने शौच के लिए गए बालक को पीछे से पकड़ा और मुँह दबाया ,लेकिन छात्रा के चिल्लाने पर हमलावर ने किसी धारदार हथियारनुमा चीज से छाती कंधे और पैर की दोनों जांघो पर वार कर फरार हो गया। इस घटना ने एक बार फिर मणिपुर और मध्य प्रदेश के सीधी काण्ड को ताजा कर दिया है ।
प्रदेश के सबसे चर्चित और सुरक्षित मॉडल कहे जाने वाले जिला छिंदवाड़ा की इस घटना पर अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह जिले में आदिवासी बालक पर धारदार हथियार से छात्रावास परिसर में घुस हमला उनकी छबि को खराब करने जैसा है । विधानसभा चुनाव के पूर्व ऐसी घटना प्रशासन की व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करती है।
आपको बता दे आदिवासियों पर हो रहे अत्याचारों के मामले थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला छिंदवाड़ा जिले की हर्रई तहसील से सामने आया है। जहां तहसील हरई के समीप स्थित ग्राम पंचायत परतापुर में एक बालक छात्रा वास में 15अगस्त की रात्री लगभग 7:30बजे सोनू अगरिया छात्रवास परिसर में बने शौचालय में शौच के लिए गया हुआ था । तभी एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा छात्रावास परिसर में घुसकर आदिवासी छात्र सोनू अगारिया पर धारदार हथियार से हमला किया गया।
छात्र सोनू से मिली जानकारी के अनुसार छात्रावास परिसर में लाइट नहीं होने के कारण वह हमलावर को नहीं पहचान पाया। हमलावर छात्रावास परिसर में बाउंड्री नहीं होने के कारण घुस गया होंगा। हमलावर की नियत खराब थी। छात्र अगर चिल्लाता नही तो हमलावार सोनू को जान से मार देता।
छात्रवास अधीक्षक जयपाल सरयाम से मिली जानकारी के अनुसार जब हमलावर ने छात्र सोनू पर हमला किया तो छात्र जोर जोर से चिल्लाने लगा जिससे बच्चे बाहर दौड़े तब तक हमलावर भाग चुका था।
छात्रवास अधीक्षक जयपाल सरयाम
जब इसकी जानकारी ग्रामीणों को लगी तो क्षेत्र में डर का माहौल व्याप्त हो गया। अधिक्षक सरयाम ने ग्रामीणों की सहायता से छात्र को सामुदायिक केन्द्र हरई ले कर गए जहां छात्र का उपचार किया गया।
एसडीएम अमरवाड़ा छात्रो को रात में डंडा रखकर सोने के निर्देश देते नजर आए
घटना के दूसरे दिन एसडीएम अमरवाड़ा मौके पर पहुंचे एसडीएम नेछात्रो से बात चीत की साथ ही एसडीएम द्वारा बच्चो को रात्री में डंडा लेकर सोने व रात्री में शौच के लिए 15 से 20 बालक झुंड बना कर जाने के निर्देश भी दिए गए है ।
मिडिया ने जब उनसे इस घटना के संबध में बात करनी चाही तो वह मिडिया कर्मियो को बाइट देने से मना कर अमरवाड़ा रवाना हो गए।
आदिवासी भारिया समाज के अध्यक्ष कैबिनेट मंत्री मध्य प्रदेश शासन दिनेश अंगारिया भी छात्रावास परिसर पहुंचे उन्होंने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में आदिवासियों को बार-बार अपमानित किया जा रहा है। उन्होने ब्लॉक शिक्षा अधिकारी हरई पर आरोप लगाते हुए कहा की परतापुर का वितीय प्रभार होने के बाद भी प्रकाश कालंबे शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त नहीं कर पाए।
ना ही वे छात्रावास परिसर में बाउंड्री बनवा पाए। जिसके चलते मेरे ही परिवार के बालक सोनू पर हमला हुआ । उन्होंने आरोप लगाया है कि ऐसे करप्ट शिक्षा अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। इनके प्रभार वाले छात्रावासों में बच्चे सुरक्षित नहीं है। वह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से इस घटना के संबंध में शिकायत भी करने वाले है।
श्री दिनेश कुमार अंगारिया, राज्य के कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त , अध्यक्ष मध्यप्रदेश राज्य स्तरीय भारिया जनजाति विकास प्राधिकरण
उन्होंने आरोप लगाया है कि 2011 से 2023 तक हर्रई विकासखंड संकुलो के22 स्कूल के प्रभार को जकड़ कर रखने वाले कालंबे शिक्षा व्यवस्था को कभी दुरुस्त नहीं कर पाएंगे। और ऐसे अफसरों के चक्कर में आदिवासियों को कई प्रताड़ना ओं का सामना भी करना पड़ सकता है। वे इस शिकायत को लेकर जिला कलेक्टर छिंदवाड़ा से मिलने की बात भी कहते नजर आएं।
उन्होंने चेतावनी दी है कि इस घटना की जांच कर लापरवाह अधिकारी प्रकाश कालंबे पर अधिकारी कड़ी कार्रवाई नहीं करते है तो वह अपने समूचे
आदिवासी भारिया समाज के साथ मिल कर आंदोलन करने बाध्य होंगे।