23 अगस्त से प्रारंभ करेंगे धर्मध्वजा पद यात्रा 170 किमी का सफर तय करेगी
विशाल भौरासे की रीपोर्ट
- 23 अगस्त से प्रारंभ करेंगे धर्मध्वजा पद यात्रा
170 किमी का सफर तय करेगी - श्री महावीर देवस्थल माँ तुलजा भवानी शंकर मंदिर हिवरा मैं होगा पाँच नदियों के जल से महाजलाअभिषेक
बैतूल। राष्ट्रीय हिन्दू सेना के तत्वावधान में 23 अगस्त को सेठानी घाट से मां नर्मदा का जल लेकर तवा, माचना, ताप्ती और पूर्णा इन पांच नदियों के जल लेकर श्री महावीर देवस्थान, मां तुलजा भवानी-शंकर मंदिर हिवरा धर्मध्वजा कावड़ पद यात्रा निकलेगी। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष दीपक मालवीय ने बताया कि यह यात्रा 170 किमी का सफर तय कर श्रावन के पावन अंतिम सोमवार 28 अगस्त को हिवरा जिला बैतूल में भंडारे के साथ संपन्न होगी। जहां पवित्र नदियों का जल धर्मध्वजा कावड़ यात्रा के माध्यम से लाकर महाजलाभिषेक इन पन्च नदियों के जल से श्री महावीर देवस्थान माँ तुळजा भवानी-शंकर मंदिर हिवरा में सभी देवताओं का किया जाएगा। जिसमें सैंकड़ों की संख्या में शिवभक्त मौजूद रहेंगे।
यात्रा का रूट चार्ट :- यह यात्रा
होशंगाबाद से प्रारंभ होकर ईटारसी, केसला, सुखतवा, भौरा, शाहपुर, पाढर, बैतूल, बैतूल नगर भ्रमण, बडोरा, कोलगांव, आठनेर, मां भवानी हिवरा मंदिर में संपन्न होगी
यात्रा का महत्व और उद्देश्य
श्री महावीर देवस्थान मां तुलजा भवानी शंकर देवस्थान श्री क्षेत्र हिवरा, आठनेर अतिप्राचीन राजे महाराज वीर शिवाजी के समय का लगभग 500 वर्ष पूर्व से उल्लेख पाया जाता है। जहां साक्षात् पन्च देवगण एवं उनकी उपस्थिति का आभास सदैव जो भी वहां दर्शनार्थ जाता है उसे होता है। ऐसा पहली बार होगा जब इस देवस्थान पर साक्षात् विद्यमान समस्त देवी-देवताओं, पन्चगण एवं पन्च महाभूतों का पांच नदियों के जल से अभिषेक किया जाएगा। यात्रा प्रारंभ के दौरान मां नर्मदा का पूजन कर जल लेकर बैतूल जिले की और धर्म ध्वजा पद कांवड़ यात्रा लेकर निकलेंगे यात्रा के 6 पड़ाव होंगे। रोज़ाना मां भवानी एवं मां नर्मदा, मां ताप्ती, मां पूर्णा, मां तवा, मां माचना के जल का विधिवत पूजन किया जाएगा। रास्तों के मंदिरों में होगा भोजन व विश्राम। जिसमें समस्त धर्मप्रेमी बन्धु-भगीनियों सहित सभी धर्मवलंबियों से अतुलनीय समय और सहयोग अपेक्षित है।