राष्ट्र की सर्वांगीण उन्नति सर्वोपरी है: स्वप्निल कुलकर्णी संस्कार भारती मध्य भारत प्रांत की साधारण सभा आयोजित
विशाल भौरासे की रिपोर्ट
बैतूल। संस्कार भारती मध्य भारत प्रांत की वर्ष में एक बार होने वाली साधारण सभा भोपाल के प्रधान मंडपम में आयोजित की गई। नटराज पूजन एवं दीप प्रज्ज्वलित कर राजीव वर्मा अध्यक्ष मध्य भारत प्रांत ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। पहले सत्र में प्रांत की वार्षिक गतिविधियों की जानकारी मोतीलाल कुशवाह प्रांत सह-महामंत्री ने दी। सभी जिलों से आये अध्यक्ष और महामंत्रियों द्वारा अपने अपने जिलों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। संस्कार भारती की आठ विधाओं के प्रमुखों आंनद नंदेश्वर, नीरजा सक्सेना, दुर्गा मिश्रा, गोविंद विश्वकर्मा ने अपनी अपनी विधा की रिपोर्ट प्रस्तुत की।
निरंजन पंडा अखिल भारतीय लोक कला के सह संयोजक ने सभी उपस्थित सदस्यों को अपने अपने दायित्व बोध से अवगत कराया। चर्चा में उपस्थित कार्यकर्ताओं ने भाग लेते हुए अनेक दायित्वों की आपस में बातचीत की। पद और दायित्व में क्या अंतर है, यह श्री पंडा ने स्पष्ट किया। उन्होंने बताया संस्कार भारती में भी समरसता, कुटुंब प्रबोधन और पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान देना है। आज हमारे उपर सभी ओर से आघात हो रहा है। समाज को छिन्न भिन्न करने का प्रयास जारी है। आदिवासी समाज हिन्दू नहीं है,विचारो का प्रहार हो रहा है। हमें सामाजिक, सांस्कृतिक और प्रकृति के पर्यावरण संरक्षण को बचाना होगा। युवाओं को गौरवान्वित करने वाले इतिहास से जोड़ने की आवश्यकता है। प्रांतीय उपाध्यक्ष अंबादास सूने ने बताया कि साधारण सभा में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए गये। कला और साहित्य के माध्यम से समाज को संगठित करना होगा। साधारण सभा में नये दायित्वों की घोषणा भी की गई। दूसरे दिन समापन सत्र में राजीव वर्मा अध्यक्ष मध्य भारत प्रांत संस्कार भारती ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
— राष्ट्र को परम वैभव के शिखर पर स्थापित करना लक्ष्य–
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक स्वप्निल कुलकर्णी ने कहा कि राष्ट्र की सर्वांगीण उन्नति के लिए जो आवश्यक है, वह संगठित होकर सज्जन शक्ति को करना होगा। संघ ने संस्कार भारती को वैचारिक श्रेणी में रखा है। अब संस्कार भारती का दायित्व है कि वर्तमान समय में समाज पर होने वाले आघात को किस प्रकार रोकना है। दो दिवसीय साधारण सभा में समरसता, कुटुंब प्रबोधन और पर्यावरण संरक्षण पर केंद्रित काम तेज गति से करने की आवश्यकता है। हमें संगठन की रीति नीति और मर्यादा में कार्य करते हुए राष्ट्र को परम वैभव के शिखर पर स्थापित करना हमारा लक्ष्य होना चाहिए। इस अवसर पर मध्य क्षेत्र प्रमुख अनिल जोशी, ग्वालियर से अनीता करकरे, सीहोर से तनुज व्यास, बैतूल से मोतीलाल कुशवाह, भोपाल अरूणा शर्मा, प्रकाश गलगले, शेखर करहाडकर दतिया से राजेश लिटोरिया, नर्मदापुरम से डॉक्टर कृष्ण गोपाल मिश्र, हर्षित तिवारी, सारनी से अनेक सदस्य उपस्थित थे।