ऑडिओ एडिटेड और फर्जी है -अशोक पचौरिया
पूर्व कलेक्टर से चर्चा करते हुए अशोक पचौरिया (फ़ाइल फोटो )
ब्यूरो रिपोर्ट
बैतूल -भीमपुर पैतृक जमीन मामले में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। लगातार दोनों पक्षों से एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। अशोक पचौरिया के दबंगो की धमकी के बाद जारी आत्महत्या की चेतावनी के बाद दुसरा पक्ष भी सामने आ गया और अपने को बेगुनाह साबित करने तमाम दस्तावेजी सबूतों को ले कर मिडिया के सामने जा पंहुचा। जिसमे एक ऑडिओ भी शामिल है। इस कथित ऑडियो में अशोक पचौरिया की आवाज़ होना बताया जा रहा है।
किन्तु अशोक पचौरिया ने इसे साजिश बताया है। उनका कहना है कि वीडियो एडिटेड है उनके द्वारा ऐसा नहीं कहा गया। जो बातचित हो रही थी उसे काट छांट कर भ्रमित करने के लिए दिखाया गया है। जब की मैंने पूर्व कलेक्टर सम्बोधित किया था। लेकिन इसमें वह शब्द कहीं नहीं है। प्रशासन को भ्रमित करने एडिट कर इसे साजिशन मेरे खिलाफ प्रस्तुत किया गया है।
इस ऑडिओ की जांच हो तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। मेरे पास जमीन से सम्बन्धी सभी वैध दस्तावेज है। और कई वर्षो से मै प्रशासन से मेरी भूमि का सीमांकन कर मुझे देने की मांग कर रहा हूँ। वही विगत दिनों जब मेरी माता जी की तबियत अत्यधिक बिगड़ गई तो मजबूरीवश मुझे पैसों की जरूरत के लिए , इस भूमि को विक्रय करने के लिए निकालना पड़ा।
जिसके लिए भी मेरे द्वारा विधिवत अनुमति ली गई थी। मुझे किसी की जमीन से कोई लेना देना नहीं है। मै प्रशासन से केवल मेरे पास मौजूद वैध दस्तावेज के आधार पर अपनी भूमि की मांग कर रहा हूँ। जो इन दबंगो के दबाव में प्रशासन बार बार जांच कर गलत रिपोर्ट प्रस्तुत कर शासन को गुमराह करने का काम कर रहा है।
लेकिन संवेदनशील वर्तमान कलेक्टर महोदय ने मेरी पीड़ा समझ एवं दस्तावेजों के पुनः परिक्षण में मेरी शिकायत को जायज ठहराते हुए सीमांकन के आदेश दिए थे। जिससे कई लोगों की तकलीफे बढ़ गई। और सीमांकन के दौरान बखेड़ा खड़ा कर मारपीट की साजिश रची गई ।