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सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्थित एनआरसी महीनों से बड़ी बंद डाइट -कहाँ जा रहे लाखों रुपये

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जिला ब्यूरो प्रिय प्रकाश तिवारी की रिपोर्ट

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्थित एनआरसी महीनों से बड़ी बंद डाइट एवं फॉलोअप की राशि कहां जा रही है लाखों रुपए एनआरसी से संबंधित सभी योजनाएं चल रही कागजों पर एनआरसी से संबंधित 2 वर्षों की जांच की जाए तो सभी खुलासा हो सकता है
शाह नगर

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शाहनगर स्थित पुनर्वास केंद्र एनआरसी अपनी दुर्दशा पर बाहर ही आंसू क्योंकि आप तस्वीरों में देखकर खुद समझ जाएंगे कि समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मैं एनआरसी की क्या स्थिति है और देख कर ऐसा लगता है कि कई महीनों से बंद पड़ी है आखिर एनआरसी में पदस्थ कर्मचारी कहां जा रहे हैं क्या कर रहे हैं सबसे बड़ी बात यह है कि कुपोषित बच्चे एवं माताओं के नाम से आ रहा डाइट खर्च कहां जा रहा है क्योंकि जब भी एनआरसी कक्ष में देखा जाए तो बाहर से चटकनी लगी हुई न बच्चे एनआरसी में भर्ती रहते हैं।

और न कोई कर्मचारी मौजूद रहता है इस संबंध में जब संबंधित प्रभारी महिला अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने भी एनआरसी बंद होने एवं बच्चों से खाली होने की बात स्वीकारी उनका कहना है कि मैं अभी फरवरी माह से ही पदस्थ हुई हूं यह कोई नई बात नहीं है समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ही लावारिस से इसका कोई भी माई बाप नहीं है क्योंकि ना यहां उपचार के लिए चिकित्सक है न भर्ती लोगों के लिए किसी प्रकार की डाइट है कागजों में सिर्फ एनआरसी से संचालित सभी योजनाएं चल रही हैं धरातल पर उसी प्रकार हैं जिस प्रकार आप तस्वीरों में देख रहे हैं आखिर क्या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधिकारी कर्मचारियों के लिए ही चारागाह बनाया गया है या की लोगों की शारीरिक संबंधी समस्याओं का हल करने के लिए यहां पर ग्रामीण लोगों का कहना है कि इससे अच्छी तो पशु चिकित्सालय है जहां पर मौके की स्थिति पर चिकित्सक एवं स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो जाती हैं कुपोषित बच्चों के नाम पर हड़प रहे राशि आखिर खा लो आप की राशि कहां जा रही है किसकी जेब में जा रही है यहां पर सिर्फ अधिकारी नियुक्त किया जाता है जो शासन से आई राशि को कार्यों में दर्शा कर बंदरबांट करने के लिए इस तरह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मैं स्थित एनआरसी को देखकर लगता है कि पवई विधानसभा की समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शाहनगर अंतर्गत आने वाले क्षेत्र में कुपोषित बच्चे एक भी नहीं रह गए इन्हीं बच्चों और बच्चों के साथ भर्ती महिलाओं के नाम पर डाइट एवं भालू आपकी राशि का भ्रष्टाचार कर बंदरबांट करते हैं जिस कारण संबंधित कर्मचारी वर्षों से जमे हुए हैं और उनकी जड़ें गहरी जा चुकी है और भ्रष्टाचार करने के नए-नए तरीके निकाल लेते हैं