जिले में डॉक्टर्स की हड़ताल, क्या होगा स्वास्थ्य सेवाओं का हाल?
सुनील यादव जिला ब्यूरो
सरकारी अस्पतालों में कार्यरत चिकित्सकों के संगठन शासकीय /स्वशासी चिकित्सा महासंघ प्रदेश ने 3 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान किया है. संगठन की ओर से साफ कहा गया है कि 3 मई से मांगें पूरी होने तक इमरजेंसी के साथ ही सभी स्वास्थ्य सेवाएं ठप रहेंगी. संगठन ने सरकार पर वादे पूरे न करने का आरोप लगाते हुए हड़ताल का ऐलान किया है। डॉक्टर लंबे समय से विभाग की विसंगतियां दूर करने और केंद्र की तर्ज पर डीएसीपी लागू करने की मांग कर रहे हैं.
डॉक्टर्स की मांगों पर कोई सकारात्मक पहल होती नजर नहीं आई तो शासकीय/ स्वशासी चिकित्सक महासंघ ने प्रदेशव्यापी हड़ताल का ऐलान कर दिया. शासकीय/ स्वशासी चिकित्सक महासंघ के बैनर तले पूरे प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में कार्यरत डॉक्टर्स ने 1 मई को बांह पर काली पट्टी बांधकर विरोध जाहिर किया.वही 2 मई कों 2 घंटे चिकित्सकीय / प्रशासकीय/ शैक्षणिक कार्य बंद कर प्रदर्शन किया । डॉक्टर्स का कहना है कि सरकार के साथ 31 मार्च को बातचीत के दौरान कई मुद्दों पर सहमति बन गई थी. सरकार की ओर से सहमति तो जताई गई थी लेकिन सरकार ने इसे लेकर आदेश जारी नहीं किया. सूबे के सरकारी अस्पतालों में कार्यरत डॉक्टर्स ने इसी के विरोध में 2 घंटे कार्य से विरत होकर विरोध प्रदर्शन किया.
डॉक्टर सुनीता वर्मा ने बताया है कि वे प्रदेश सरकार से लंबे समय से मांग कर रहे थे, लेकिन जब मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया तब फिर हमें सांकेतिक हड़ताल करने के लिए बाध्य होना पड़ा। शाम तक अगर कोई कदम नहीं उठाया गया तो हड़ताल बुधवार को भी जारी रहेगी।
कल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे प्रदेश के सरकारी डॉक्टर्स
मध्यप्रदेश सहित जिले कें डाक्टर तीन मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने वाले हैं। इसमें उनका साथ नर्सिंग स्टाफ भी देगा, ऐसे में प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं बिगड़ना तय है। दरअसल अपनी मांगे पूरी न होने से प्रदेशभर के डाक्टर नाराज चल रहे हैं। इससे वह फिर से आंदोलन करने की तैयारी कर रहे हैं।