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हड़ताल से बदहाल हो जाएगी स्वास्थ्य सेवाएं, चिकित्सक आज बांधेगे काली पट्टी, संविदा के बाद अब चिकित्सकों का आंदोलन

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योगेश चौरसिया जिला ब्यूरो 

मण्डला -संविदा स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल के कारण स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हो गई है लेकिन आज 1 मई से शासकीय स्वशासी चिकित्सक महासंघ के नेतृत्व में चिकित्सको ने भी आंदोलन शुरू कर दिया है जिससे स्वास्थ्य स्वास्थ्य सेवाएं लड़खड़ा गयी है। चिकित्सको ने आज काली पट्टी बांधकर विरोध किया, फिर 3 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएगे। जानकारी के मुताबिक शासकीय चिकित्सक क्रमोन्नति वेतन विसंगति और प्रशासनिक अधिकारियों के दखल को लेकर पहले आंदोलन कर चुके है लेकिन चिकित्सकों मांगो को पूरा नही किया गया है। जिसके चलते शासकीय स्वशासी चिकित्सक महासंघ के नेतृत्व में चिकित्सक आंदोलन की तैयारी कर रहे है। 1 मई को चिकित्सको ने काली पट्टी बांधकर कार्य किया । 2 मई को 2 घंटे के लिए सेवाएं बंद की जाएगी। इसके बाद 3 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएगे।

स्वास्थ्य सेवाएं लड़खड़ा जाएंगी

शासकीय अस्पताल में चिकित्सक हड़ताल पर जाने की स्थिति में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हो जाएगी। मंडला जिले में गरीब सरकारी अस्पतालों में ही इलाज कराते है। चिकित्सकों की हड़ताल के कारण उन्हें स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल पाएगी। जिससे गरीबों को परेशान होना पड़ेगा। यहां जिला अस्पताल समेत अन्य अस्पतालों से मरीजों को रेफर किया जाएगा लेकिन इलाज नही मिल पाएगा, जिससे गरीबों को मुसीबत का सामना करना पड़ेगा।

संविदा कर्मी पहले से हड़ताल पर

एनएचएम संविदा कर्मी अपनी मांगो को लेकर 18 अप्रैल से हड़ताल पर चले गये है। इस हड़ताल का अब व्यापक असर स्वास्थ्य विभाग की सेवा और योजनाओ पर देखने मिल रहा हैं। संविदा कर्मियों की हड़ताल से हितग्राहीमूलक भुगतान पर ब्रेक लग गया है। जननी सुरक्षा योजना और प्रसूति सहायता योजना के तहत महिलाओं को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि का भुगतान नहीं हो रहा है। संविदा एएनएम वाले उप स्वास्थ्य केन्द्र में गर्भवती महिलाओ और बच्चो का टीकाकरण नहीं हो रहा है। सीएचओ के ना हो से गर्भवती महिलाओ की जांच भी प्रभावित हो रही है। इसके साथ रोजाना होने वाले प्रसव के बाद महिला हितग्राहियों को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि नहीं मिल रही है। एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मी नियमितीकरण, 5 जून 2018 की नीति, प्रकरण वापिसी, आउटसोर्स प्रथा बंद करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे है। इससे पिछले 13 दिन से विभाग की सेवाएं लड़खड़ा गई है।