रात के अंधेरे में बंद खदानों से चल रहा कोयले की चुरी उठाने का कार्य
सूर्यदीप त्रिवेदी
पाथाखेड़ा में बंद खदानों से कोयले की चुरी उठाने को लेकर के दो गुटों में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है, कुछ दिन पूर्व भी दो गुटों में विवाद की घटना मारपीट में तब्दील हो गई!जिसमे एक पछ को गंभीर चोटे आयी थी!जिसकी शिकायत पाथाखेड़ा चौकी में की गई थी!फिर भी प्रशासन द्वारा कोई ठोस करवाई नहीं की गई!जिसकी वजह से यह मामला एक गैंगवार में तब्दील होता दिख रहा है,जानकारी के मुताबिक यह गैंगवार किसी बड़ी घटना का संकेत दे रही है!
इन दिनों पाथाखेड़ा का नामचीन अपराधी बबुआ जिस पर दर्जनों से ज्यादा मामले है, अपने गुर्गो के साथ हथियारों से लैस होकर रात के अंधेरे में बंद खदानों से कोयले की चुरी उठाने का कार्य तेजी से कर रहा है,यहाँ प्रशासन सब कुछ जानते हुए भी मौन बनी हुई है!
जिसका फायदा इस तरह के अपराधी उठा रहे है!गुप्त सूत्रों से ये भी जानकारी मिल रही है की यहाँ एक सिक्योरिटी कंपनी के सुपरवाइजर द्वारा रात्रि के समय गस्त के दौरान भारी मात्रा में बबुआ की कोयले की चुरी से भरी ट्रालियो को पार करवाने का कार्य किया जा रहा है!
सूत्र ये भी बताते है की इस कार्य में कुछ बड़े सफ़ेदपोश नेता, कुछ पत्रकार और पाथाखेड़ा चौकी का एक प्रधान आरक्षक भी शामिल है, जिसकी वजह से यह कारोबार बड़ी आसानी से बिना रोक टोक के फलफुल रहा है!
सिक्योरिटी कंपनी सुपरवाइजर की इस तरह के कार्यों में संलिप्ता पहले भी उजागर हो चुकी है, सीएचपी का कोयला चोरी छुपे ट्रेक्टर ट्रालियो को भरवाते हुए रंगेहाथ पकड़ा भी गया था ! कहा जाता है इसके उपर कुछ बड़े सफेदपोशो का हाथ है, जिससे वह प्रशासन से साठगांठ जमाने में माहिर है!प्रशासन की चुप्पी बहुत सारे सवालों को जन्म दे रही है! वही दो गुटों का टकराव भी बड़ी घटना की आशंका जताता है। इस तरह के कार्यों को रोकने के लिए प्रशासन का अगला कदम क्या होगा ये विचारणीय है!