बिछिया सिलगी आकाशीय बिजली गिरने से गेहूं की फसल जल कर हुई खाक
ओमकार पटेल
अचानक से मौसम का बार बार करवट बदलना और गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली के गिरने से अब इस बिन मौसम की मार से सबसे जायदा परेशान अन्नदाता हो रहे हे, कभी आसमान साफ तो कभी अचानक से बादलों का आंख मिचौली कर गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली का गिरना, बीते रोज ऐसा ही नजारा बम्हनी बंजर के पास सिलगी गांव में देखने को मिला जब दोपहर 3 से 4 बजे के करीब मौसम ने अचानक से करवट बदला और आसमान में तेज धूप के बाद बदालों ने अपना डेरा जमा लिया साथ में बादलों के गर्जन की तेज आवाज और आकाशीय बिजली के गिरने की वजह से किसानों के खेत में खड़ी गेहूं की फसल में आग लग गई किसान कुछ समझ पाते या आग बुझाने का का प्रयास कर पाते इसके पहले ही आग ने अपना विकराल रूप ले लिया और देखते ही देखते कुछ ही मिनटों में किसानों की 10 से 15 एकड़ में लगी गेहूं की फसल जल कर खाक हो गई, बे मौसम बारिश और अब आकाशीय बिजली के गिरने से गेहूं की फसल में आग का लगना किसानों के लिए मुसीबत का सबब बनते जा रहा हे।
बम्हनी बंजर के पास सिलगी गाव में जब किसानों ने अपने खेत में लगी आग को देखा तो घर से भागते हुए किसानों ने और गांव वालों ने खेत में लगी आग को बुझाने का प्रयास करने लगे पर आग इतनी तेज थी की कुछ ही मिनटों में किसानों के गेहूं की फसल जल कर पूरी बर्बाद हो चुकी थी, जिसमें किसान रामप्रसाद चंद्रोल,नत्थू चंद्रोल, लेखराम, मन्नू , और ओमप्रकाश पटेल, शालिग्राम रजक के खेतों में लगी फसल जल कर पूरी तरह से बरबाद हो चुकी थी वही गांव वालों के बीच ये चर्चा का विषय बना हुआ हे की जब खेत में कोई भी बिजली के तार या खंबे नहीं है तो फिर आग लगी कहा से और अचानक से आग ने अपना विकराल रूप कैसे ले लिया वो तो गनीमत ये अच्छी रही की आग ने जैसे ही अपना विकराल रूप लिया उसी समय पर आसमान से अचानक से ही बारिश शुरू हो चुकी थी जिस कारण से गांव वालों के प्रयास और ऊपरी बारिश की वजह से आग पर काबू पाया गया नहीं तो देखते ही देखते हजारों एकड़ गेहूं की फसल जल कर पूरी तरह से बरबाद हो चुकी होती। आग को देख कर गांव वाले पूरी तरह से डर और सहम से गए थे क्योंकि अभी किसानों के खेतों में फसल कटाई का काम शुरू नहीं हुआ है, क्योंकि बिन मौसम बारिश की वजह से गेहूं की फसल भीग जाती है जिस वजह से किसान फसल कटवाने को लेकर के परेशान हो रहे हे।
वही कुछ किसानों का कहना है की सरकार ने भले ही 1 अप्रैल से गेहूं खरीदी करने की घोषणा कर दी ही पर प्रशासन द्वारा अभी तक खरीदी केंद्रों पर गेहूं खरीदी को लेकर कोई भी व्यवस्था नहीं किया गया है जिस कारण से किसानों को और भी जायदा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है कुछ किसानों ने आगजनी को देखते हुए जैसे तैसे अपनी फसल तो कटवा चुके है पर खरीदी शुरू नहीं होने से अब खलिहानों में रखी गेहूं को सहेज कर रखने को मजबूर है क्योंकि जब तक गेहूं खरीदी शुरू नहीं हो जाती तब तक ऐसे ही अन्नदाता परेशान होने को विवश और मजबूर रहेंगे।।