सारणी के सिविल विभाग का क्या होगा ….? कभी लगभग 500 कर्मचारियों से गुलजार था सतपुड़ा प्लांट का सिविल विभाग

Scn news india

ब्यूरो रिपोर्ट

सतपुड़ा प्लांट का सिविल विभाग आज अपने अस्तित्व को बचाने का प्रयास कर रहा है प्लांट के संपूर्ण जमीन का लेखा-जोखा सिविल विभाग के पास होता है प्लांट के बड़े उपक्रम जैसे सतपुड़ा तवा बांध, सतपुडा ऐस डेम, सतपुड़ा प्लांट का रेलवे ट्रैक और सतपुड़ा प्लांट के कर्मचारियों की कॉलोनी इन सभी महत्त्वपूर्ण उपकरणों के संचालन एवं संधारण का कार्य सिविल विभाग करता है

सिविल विभाग को बचाने की नहीं है कोई प्लानिंग
तेजी से हो रहे रिटायरमेंट के कारण सिविल विभाग में भी अधिकारी एवं कर्मचारी लगातार रिटायर हो रहे हैं जिसके कारण सिविल विभाग में अब लगभग 25,30 अधिकारी और कर्मचारी ही शेष रह गए हैं जिनके ऊपर काम का बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है और उनमें से भी बहुत से इंजीनियर एवं कर्मचारी आने वाले 6 महीने में रिटायर हो जाएंगे ऐसे में राखडडैम, सतपुड़ा बांध के साथ कॉलोनी को कैसे बचाया जाएगा स्थानीय प्रबंधन एवं जबलपुर मुख्यालय स्तर पर इसको लेकर कोई विशेष प्लान तैयार नहीं है।

सिविल विभाग को अनुभवी अधिकारियों की है आवश्यकता
सिविल विभाग में योग्य अधिकारी भी रहे हैं जिनके कार्यकुशलता के कारण राखड डैम, तवा बांध कॉलोनी एवं रेलवे ट्रैक में कभी कोई अप्रिय घटना नहीं हुई यहां तक कि बरसात के दिनों में भी सिविल के अधिकारियों ने प्लान बना कर काम किया जबकि सिंगरौली एवं अन्य थर्मल स्टेशनों में बरसात के दिनों में कई बार राखड डैम फूटने जैसी घटनाएं घट चुकी है
उक्त विभाग के पास सामाजिक गतिविधियों के केंद्र जैसे रामरखयानी स्टेडियम, समाज कल्याण, शॉपिंग सेंटर, बाग बगीचे इन सभी को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारियां भी सिविल की होती है
सिविल विभाग में अपनी सेवाएं दे चुके डीके गौतम ,रियाज खान, मंगल सिंह धुर्वे कुछ ऐसे अधिकारी रहे जिनकी योग्य कार्यशैली के कारण उक्त सभी केंद्र सुरक्षित रहें रियाज खान की सजगता के कारण ही राखड डैम की 373 हेक्टेयर की वन भूमि को समय पर सिविल विभाग द्वारा वन विभाग को हस्तांतरित कर दिया गया अन्यथा प्रबंधन पर बड़े स्तर पर पेनाल्टी का प्रावधान था
अतिरिक्त मुख्य अभियंता सिविल शैलेंद्र वागादरे भी इसी माह रिटायर हो रहे सारणी में नई यूनिट लगाने की कार्रवाई में इनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है प्राप्त जानकारी के अनुसार सेवानिवृत्त होने के बाद वागदरे भोपाल में शासन के किसी बड़े विभाग में महत्वपूर्ण पद पर अपनी सेवाएं देंगे

सिविल की दुर्दशा के लिए कौन है जिम्मेदार

प्राप्त सूत्रों के अनुसार पिछले कई वर्षों से सिविल विभाग में नई भर्ती नहीं हुई और अधिकारी कर्मचारी लगातार रिटायर होते गए जिसके कारण सिविल लगातार सिकुड़ता के सारणी नगर में होने वाले सांस्कृतिक आयोजनों एवं खेल कार्यक्रमों की जिम्मेदारी भी सिविल की होती है लगातार कम कर्मचारियों में भी अनुभवी अधिकारीयो द्वारा इन कार्यक्रमों का बेहतर संचालन किया जाता रहा है उसके कारण नगर में रौनकता बनी रहती थी

सतपुड़ा प्लांट के सिविल विभाग को बचाने के लिए ना तो हमारे विधायक प्रतिनिधि, सांसद प्रतिनिधि, द्वारा और ना ही हमारे चुने हुए जनप्रतिनिधियों द्वारा कुछ किया गया जिसके कारण सारणी नगर में उजरता सारणी नगर, उजडता शहर जैसी बातें सामने आती है आवश्यक है कि रिटायर्ड योग्य कर्मियों को रखकर प्लांट एवं नगर के हित में प्लान तैयार होना चाहिए अन्यथा आने वाले 6 महीनों में सिविल की स्थिति ठीक नहीं होगी

सारणी में 660 मेगा वाट के प्रोजेक्ट में भी रही है और होगी सिविल की महत्वपूर्ण भूमिका

सारणी में नई यूनिट लगाने के लिए लगातार रास्ता साफ होते जा रहा है जिसमें सिविल के अधिकारियों ने बहुत सार्थक प्रयास किए उनके द्वारा एनरोयलमेंट मंजूरी, जमीन ,ऐस यूटिलाइज, और रेलवे ट्रैक को लेकर बेहतर तैयारियां की जिसके कारण शासन स्तर पर सभी अनुमति प्राप्त हो गई