एफआईआर पर पर्दा आरोपी बापर्दा, मामले का पर्दाफाश, 307 वाले मामले में पुलिस का तीन- दो- पांच

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बैतूल सूर्यदीप त्रिवेदी 

जिले में पुलिसिंग किस तरह चल रही है इसका ताजा मामला जनवरी माह के अंत में संदीप उर्फ सोनू मासोदकर द्वारा की गई एफआईआर के बाद एफआर और पुलिस की प्रेस विज्ञप्ती की पड़ताल के बाद सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने एफआईआर पर पर्दा डालते हुए एक आरोपी को बापर्दा तक पेश कर दिया। मामले का पर्दाफाश अब हम कर रहे है,पीडित ने जो आवेदन बैतूलबाजार थाने में दिया उसके बाद हुई एफआईआर में अंगद यादव,जयदीप यादव और हरिश यादव की नामजद प्रविष्ठि के साथ-साथ दो अन्य के नाम भी थे। पुलिस प्रेस विज्ञप्ति में तीन ही आरोपी को गिरफ्तार करने की बात कही गई है। विज्ञप्ति में तीनों आरोपीगण का उल्लेख है लेकिन दो अन्य का क्या हुआ कुछ खबर नहीं पुलिस का यह तीन-दो-पांच का खेल समझ से परे है।
सवालो से बच रहे एसडीओपी और टीआई
इस गंभीर मामले में पुलिस की उदासिनता की कहानी सामने आने पर जब आमला-मुलताई एसडीओपी नम्रता सोधिया एवं बैतूल बाजार टीआई से सवाल किए तो वे जवाब देने के लिए एक दुसरे पर मामला टालते रहे आरोपियों की गिरफ्तारी किस जगह से हुई के सवाल पर एसडीओपी का जवाब था कि मेरे कार्यालय से हुई वहीं प्रेस विज्ञप्ति में बैतूल से गिरफ्तारी होना बताया गया।
नामजद बापर्दा और दो हुए गायब
पुख्ता सूत्रों से मिली जानकारी के हिसाब सेआरोपी हरिश यादव को न्यायालय में बापर्दा पेश किया गया। वहीं कानून के जानकार नामजद आरोपी के बापर्दा पेश होने पर सवाल उठाते है दूसरी ओर एफआईआर में जब तीन नामजद आरोपी के साथ दो अन्य का भी उल्लेख है तो प्रेस विज्ञप्ति से दो अन्य का मामला पूरी तरह से गायब है पुलिस ने आरोपियों से अन्य के बारे में किस तरह पुछताछ की है,यह भी सवालों के घेरे में है।