पूरे मध्य प्रदेश में गरज-चमक के साथ वर्षा के आसार, गिर सकते हैं ओले भी

मौसम विज्ञानियों के आकलन के अनुसार चार दिन तक बिगड़ा रह सकता है मौसम का मिजाज
अलग-अलग स्थानों पर बनी तीन मौसम प्रणालियों के असर से अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी आने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसके चलते मध्य प्रदेश के अधिकतर शहरों में बादल छा गए हैं। साथ ही तेज रफ्तार से हवा चलने के साथ कहीं-कहीं वर्षा भी हो रही है।
बुधवार को शाम के समय राजधानी भोपाल में 70 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चली। एयरपोर्ट क्षेत्र में 1.2 मिलीमीटर वर्षा भी हुई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक गुरुवार को पूरे मध्य प्रदेश में गरज-चमक के साथ वर्षा होने की संभावना है। इस दौरान कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं। मौसम का इस तरह का मिजाज चार दिन तक बना रह सकता है।
मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक पूर्वी मध्य प्रदेश पर ट्रफ के रूप में बना पश्चिमी विक्षोभ छत्तीसगढ़ की तरफ बढ़ गया है, लेकिन एक नया पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान के आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बन गया है।
राजस्थान के मध्य में प्रेरित चक्रवात भी बना हुआ है। इन मौसम प्रणालियों के कारण अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी आने लगी है। साथ ही मध्य प्रदेश में सतह पर पूर्वी हवा चल रही है, जबकि ऊपरी स्तर पर हवा का रुख पश्चिमी है।
विपरीत दिशाओं की हवाओं का आपसी टकराव होने के कारण भी गरज-चमक की स्थिति बन रही है। नमी के कारण पूरे मध्य प्रदेश में बादल छा गए हैं। गुरुवार को सभी संभागों में गरज-चमक के साथ वर्षा होने के आसार हैं। इस दौरान कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी हो सकती है। बेमौसम वर्षा ने उन किसानों की मुसीबत बढ़ा दी है, जिनकी फसल कटने के लिए खेतों में खड़ी है।