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20 वर्षों में भी खेड़ी हाई स्कूल को प्लस टू नहीं कर पाई भाजपा सरकार: निलय डागा

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राजेश शाबले की रिपोर्ट

बैतूल। विकास की झूठी कहानी गढ़ने वाली भाजपा सरकार 20 वर्षों में भी हाई स्कूल खेड़ी सावलीगढ़ को हायर सेकेंडरी में उन्नयन नहीं कर पाई। भाजपा सकार की नाकामी की सज़ा हाई स्कूल खेडी, गौंडीगोला, माथनी, सूरगांव, भरकावाडी, बघोली, मण्डखुर्द एवं सोहागपुर स्कूल के हजारों विद्यार्थी भुगत रहे हैं। यह बात सोमवार को कांग्रेस विधायक निलय डागा ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में व्यक्त की। दरअसल, विधायक ने इन स्कूलों को प्लस टू में उन्नयन करने को लेकर विधानसभा में प्रश्न लगाया था, जिसके जवाब में शिक्षा मंत्री द्वारा उन्नयन में कठिनाई होने का हवाला देकर पल्ला झाड़ लिया गया।

विधायक श्री डागा ने बताया कि 5 जुलाई 1997 को पूर्व विधायक व मंत्री डॉ अशोक साबले के प्रयास से खेड़ी को हाई स्कूल की सौगात मिली थी। वर्ष 2000 में तत्कालीन विधायक स्व. विनोद डागा द्वारा हाई स्कूल भवन का निर्माण कराया गया था। उसके बाद भाजपा की सरकार आने के बाद लगातार प्रयास करने के बावजूद खेड़ी हाई स्कूल प्लस टू में उन्नयन नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के निष्क्रिय जनप्रतिनिधियों ने 18 वर्ष सत्ता में रहते हुए भी ग्रामीण प्रतिभाओं के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया ह

छात्र छात्राओं को होती है परेशानी

ग्रामीणों की माने तो स्कूल उन्नयन की मांग को लेकर जनप्रतिनिधियों, जिला प्रशासन, शिक्षा विभाग सहित अन्य को भी अवगत कराया गया है। बावजूद अभी तक कोई ठोस पहल न होने से लोगों में निराशा बढ़ रही है। हायर सेकंडरी स्कूल में उन्नयन न होने से छात्र छात्राओं को परेशानियों का सामना करना पड रहा है। अभी तक उन्नयन कराने जिम्मेदारों द्वारा कोई ठोस पहल नहीं की गई, जिससे स्थानीय ग्रामीणों सहित आसपास के ग्रामीणों में असंतोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने जल्द ही इस ओर ठोस पहल करने की मांग की है।

विधायक ने विधानसभा में लगाया यह प्रश्न

निलय विनोद डागा : क्या राज्य मंत्री, स्कूल शिक्षा महोदय यह बताने की कृप करेंगे कि (क) वर्ष 2019 से आज दिनांक तक बैतूल विधानसभा क्षेत्र में कितने माध्यमिक एवं हाई स्कूलों का उन्नयन किया गया? स्कूलों की सूची एवं शालाओं के उन्नयन की नियमावाली उपलब्ध करावें। (ख) प्रश्नांश (क) अनुसार यदि नहीं, किए गए तो क्या कारण रहा? स्कूलों के उन्नयन न होने के कारण कितने बच्चों को दूरस्थ स्कूलों में जाना पड़ा? उसका जिम्मेदार कौन है? (ग) वर्ष 2022-23 या भविष्य में क्या शासन हाई स्कूल खेडी, गौंडीगोला, माथनी, सूरगांव, भरकावाडी, बघोली, मण्डखुर्द एवं सोहागपुर स्कूलों का उन्नयन करेंगी? यदि हाँ, तो कब तक? यदि नहीं, तो क्यों? प्रस्तावित माध्य./हाई स्कूल उन्नयन स्कूलों की सूची उपलब्ध कराएं। जिससे स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को अपने गांव से दूर-दराज स्कूलों में न जाना पड़े।

शिक्षा मंत्री का जवाब

राज्य मंत्री, स्कूल शिक्षा ( इन्दर सिंह परमार ) : (क) जानकारी निरंक है। शालाओं के उन्नयन के मापदण्ड संलग्न परिशिष्ट अनुसार है। (ख) मंत्रि-परिषद् के निर्णय दिनांक 22.06.2021 के अनुक्रम में विभागीय आदेश क्रमांक एफ 44-2/2021/20-2 दिनांक 12 जुलाई 2021 द्वारा निर्देश जारी किये गये है कि प्रदेश के 9200 विद्यालयों को “सर्व संसाधन सम्पन्न विद्यालयों” के रूप में विकसित किया जायेगा एवं इसके अतिरिक्त अन्य कोई नया विद्यालय आरंभ नहीं किया जायेगा । उक्त आदेश के परिपालन में वर्तमान में शाला उन्नयन संबंधी कार्यवाही स्थगित है। निकटस्थ शालाओं में अध्यापन की सुविधा उपलब्ध है। अतः शेषांश का प्रश्न उपस्थित नहीं होता । (ग) प्रश्नांश में प्रस्तावित समस्त हाईस्कूल उन्नयन के मापदण्ड की पूर्ति नहीं करती है अतः उन्नयन में कठिनाई है।