बद्रीनाथ धाम और रीवा राजघराने से है विशेष संबंध..!
कामता तिवारी
संभागीय ब्यूरो रीवा
Scn news India
रियासत महाराजा पुष्पराज सिंह कि वर्तमान रीवा के महाराज हैं।हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान महाराजा पुष्पराज सिंह जी ने मंच से यह बात कही कि बद्रीनाथ के संबंध रीवा राजघराने से तालुकात रखते हैं। आपको पता है कि बद्रीनाथ धाम में कहां से तुलसी की माला जाती है?
बद्रीनाथ का मंदिर बद्री विशाल मंदिर, चारों धाम में यह शामिल मंदिर सबसे विशेष और दिव्य मंदिर माना जाता है । हिंदू धर्म संस्कृति ग्रंथों के अनुसार यहां भगवान श्री बद्री विशाल की दिव्य मूर्ति और उनका ज्योतिपुंज दिव्य ज्योति के रूप में 6 महीने तक जलता है , और यह मंदिर सर्वाधिक रूप से इसीलिए प्रसिद्ध है कि 6 महीने तक इसकी ज्योति अंदर कैसे जलतीहै।
महाराजा पुष्पराज सिंह जी ने बताया की प्रथम पूजा के अधिकारी रीवा राजघराना रहा है ,प्राचीन काल से जब भी बद्री विशाल मंदिर के दरवाजे खुलते हैं। 6 महीने पश्चात तब प्रथम पूजा का अधिकारी रीवा राजघराना होता है और यहीं से भगवान श्री बद्री विशाल को तुलसी की माला बन करके ,, बद्री विशाल धाम पान श्री बद्रीनाथ के चरणों में अर्पित की जाती है, रीवा राज रियासत की महिमा अत्यंत महत्वपूर्ण है कि भगवान बद्री विशाल जो कि विश्व प्रसिद्ध धाम है। उसके लिए रीवा से तुलसी की माला बद्री विशाल सिणधरी धाम मैं अर्पित की जाती है। वह रीवा राजघराने से ही जाती है। महाराजा पुष्पराज सिंह चौहान ने अपने पूर्वजों की वीरता साहस और शौर्य की कथा का वर्णन करते हुए अपने आप को बहुत महत्वकांक्षी बताया कि मैं भी इसी राजघराने से तालुकात रखता हूं यह मेरे लिए परम सौभाग्य की बात है ईश्वर का दिव्य वरदान है मेरे लिये।