भारत पे  के को-फाउंडर अश्नीर ग्रोवर ने कंपनी पर लगाए लोगों के डेटा चोरी करने का गंभीर आरोप

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ब्यूरो रिपोर्ट 

भारत पे  के को-फाउंडर अश्नीर ग्रोवर ने कंपनी पर गंभीर आरोप लगाते हुए एक और बड़ा दावा किया।  जो यदि ऐसा है तो भारत के लिए चिंता का विषय है। की कंपनी लोगो का डेटा चुरा रही है। अश्नीर ग्रोवर (Ashneer Grover) ने भारत पे के फाउंडर भाविक कोलाडिया (Bhavik Koladiya) पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाविक ने भारत में अबतक की सबसे बड़ी डेटा चोरी की है।  अश्नीर ग्रोवर के मुताबिक, भाविक कोलाडिया ने यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) ऐप के 150 मिलियन से ज्यादा यूजर्स की पर्सनल डेटा चोरी की है। आंकड़ा 15 करोड़ यूजर्स का है जो बेहद गंभीर मामला है।

हालांकि भाविक कोलाडिया का कहना है कि अश्नीर ग्रोवर साजिशन आरोप लगा रहे है। अब सवाल उठता है की कौन सच बोल रहा है। जिसकी जांच होनी चाहिए। और यदि अश्नीर ग्रोवर का आरोप सही है तो यह भारत की जनता के साथ निजता के साथ बड़ा हमला है। क्योकि आपके फोन में आपकी व्यक्तिगत कई जानकारियां मौजूद है। और अश्नीर ग्रोवर इस कंपनी के को-फाउंडर रह चुके है। जिनकी बातों को दर किनार नहीं किया जा सकता।

ABP की रिपोर्ट के अनुसार अश्नीर ग्रोवर ने नेशनल पेमेंट्स काउंसिल ऑफ इंडिया (NPCI) को एक ईमेल में आरोप लगते हुए लिखा कि भारते पे में उन्हें रिडेम्पशन का मौका देना एक गंभीर गलती थी.” उन्होने कहा कि क्रेडिट कार्ड फ्रॉड के लिए कोलाडिया को अमेरिका में दोषी ठहराया गया. अमेरिका में कोलाडिया 18 महीनों के लिए हाउस अरेस्ट किए गए थे. बाद में भारत भेज दिया गया

विगत दिनों कई कम्पनियां हुए बैन

केंद्र सरकार ने 5 फरवरी को डिजिटल स्ट्राइक करते हुए 138 सट्टेबाजी करने वाले और 94 लोन देने वाले चीन के कई ऐप को बैन कर दिया है। जिन पर भी ऐसा ही संगीन आरोप था।  जानकारी मिली है कि इस फैसले के लागू होने के बाद सिर्फ चीन ही नहीं बल्कि कई घरेलू ऐप पर भी इसका असर पड़ा है।

कई ऐप ने इस बात की जानकारी दी है कि फैसले के बाद उनके कामकाज पर असर देखने को मिल रहा है. इनमें से एक LazyPay भी है, जिसे ब्लॉक किया गया है. PayU द्वारा समर्थित LazyPay ने जानकारी दी है कि उनकी वेबसाइट और ऐप ने काम करना बंद कर दिया है और वो इस मामले को सुलझाने के लिए सभी संभव कदम उठा रहे हैं।

फिलहाल मिडिया भी इस की पड़ताल में है।