महिला दिवस से पहले 17 थानों में स्टाफ और पीड़िताओं के लिए एसपी की पहल
गौरी बालापुरे
देश का पहला जिला जहां अब हर थाने में पैड बैंक की सुविधा
बैतूल। महिला दिवस भले ही 8 मार्च को है लेकिन जिले में महिला जागरुकता सप्ताह की शुरुआत हो चुकी है। पुसिल विभाग द्वारा भी महिला दिवस के चलते सात दिनों तक विभिन्न जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। विभाग ने जागरुकता कार्यक्रमों की शुरुआत आज जिले के 17 थानों में पदस्थ महिला स्टाफ, यहां शिकायत करने आने वाली पीडि़ताओं के लिए पैडबैंक की शुरुआत के साथ की है। एसपी सिमाला प्रसाद ने महिला थाने से सशक्त सुरक्षा पैड बैंक की शुरुआत कर फीता काटकर की। यह पैड बैंक जिले में पैडबैंक की अवधारणा को लागू करने एवं प्रदेश के पहले सशक्त सुरक्षा पैडबैंक की स्थापना करने वाली सामाजिक संस्था बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति के माध्यम से की गई। इस अवसर पर महिला थाना प्रभारी संध्यारानी सक्सेना, अजाक थाना प्रभारी सेवंती परते, कोतवाली ऊर्जा डेस्क प्रभारी कविता नागवंशी, सायबर सेल प्रभारी राजेन्द्र राजवंशी, महिला सेल से जयवंती श्रवणकर के अलावा बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति की अध्यक्ष गौरी पदम सहित सभी पदाधिकारी, सदस्य एवं विभिन्न समाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद थे।
देश का पहला जिला जहां हर थाने में पैड बैंक की सुविधा यह सुविधा
1 मार्च को बैतूल जिला देश का पहला ऐसा जिला बन गया जहां शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के हर थाने में पैड बैंक की शुरुआत हो चुकी है। कई बार थाने में रेप विक्टिम सहित अन्य महिला संबंधी अपराधों के लिए विवेचना के दौरान महिलाओं को काफी वक्त थाने में बिताना पड़ता है। महिला पुलिस कर्मियों की ड्यूटी का भी कोई निश्चित समय नहीं होता है। ऐसे में कई बार पैड की आवश्यकता पडऩे पर परेशान होना पड़ता है। विगत दिनों 20 फरवरी को कोतवाली थाने के ऊर्जा डेस्क में पैड बैंक की शुरुआत की गई। जो प्रदेश का पहला थाना बना जहां पैड बैंक शुरु हुआ। इस पहल को विस्तार देते हुए महिला जागरुकता सप्ताह के तहत आयोजित कार्यक्रम में एसपी सिमाला प्रसाद द्वारा महिला थाना सहित सभी थानों में 1 मार्च को सशक्त सुरक्षा पैड बैंक प्रारंभ करवा दिए है। एसपी की इस पहल से जिला पूरे देश के लिए मिसाल बन गया। जहां थाने में भी पैड उपलब्ध हो सकेंगे। संस्था अध्यक्ष गौरी पदम ने बताया कि जिले में पहला पैडबैंक 22 सितंबर 2019 को खोला गया था। जो प्रदेश का पहला पैडबैंक बना। जिले के स्कूलों, फैक्ट्री, विभिन्न संस्थानों एवं ग्रामों में संस्था द्वारा पैड बैंक प्रारंभ किए है जिससे आसानी से महिलाओं को कम दाम पर पैड उपलब्ध हो रहे है। इसके साथ ही संस्था मासिक धर्म के लिए प्रचलित विभिन्न भ्रांतियों को दूर करने के भी प्रयास जागरुकता कार्यक्रमों के माध्यम से कर रही है।
अपराध नियंत्रण में सामाजिक संस्थाओं की भूमिका जरुरी
इस अवसर पर एसपी सिमाला प्रसाद ने जिले में अपराध नियंत्रण के लिए सामाजिक संस्थाओं की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा ऐसी कोई जगह जहां से आने-जाने में छात्राओं, बालिकाएं असहज महसूस करती है, उनमें असुरक्षा के भाव रहते है। किसी सड़क पर लाईट की कमी या लड़के खड़े रहते है तो उसकी सूचना भी पुलिस को दे। यह जानकारी कई बार पुलिस को नहीं मिल पाती।
एसपी ने बताया कि जिले में जिस तरह से अभया स्क्वायर्ड काम कर रहा है उसी तरह सभी जागरुक महिलाएं भी बालिका संरक्षण में मददगार बने, उन्होंने बताया कि जिले के 17 थानों में आज एक साथ सशक्त सुरक्षा पैड बैंक की शुरुआत की जा रही है। महिलाओं के लिए पैड बैंक जैसी संवेदनशील पहल के लिए उन्होंने बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति की सराहना भी की। कार्यक्रम में समिति के पदाधिकारी, सदस्यों में संगीता अवस्थी, भारत पदम, नीलम वागद्रे, संध्या पंवार, मेहरप्रभा परमार सहित विभिन्न सामाजिक संस्थाओं से रीना सोलंकी, कविता मालवीय, सकुन कापसे, निर्मला यादव, अनिता धोटे सहित महिला थाना, अजाक थाने का स्टाफ मौजूद था।