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चार सीटों पर हार के खतरे को भाँप कांग्रेस हाईकमान गंभीर

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अनुराग मिश्रा जिला ब्यूरो 
  •  जल्द दिखेगा रिएक्शन
  •  बैतूल, मुलताई, भैंसदेही, आमला में हो सकता है नुकसान
  •  3 महिला पार्षदों के कांग्रेस से निष्कासन का मामला
बैतूल। आगामी विधानसभा चुनाव में बैतूल जिले की चार सीटों पर हार के खतरे को भांपकर कांग्रेस हाईकमान गंभीर और कठोर कार्यवाही के मूड में नजर आ रहा है। आठनेर नगर परिषद की बहुसंख्यक समाज की तीन महिला पार्षदों के निष्कासन का मामला अब कुंबी और राठौर समाज की प्रतिष्ठा का प्रश्न बनता नजर आ रहा है। ग्राऊंड रियल्टी के फीडबैक के बाद कांग्रेस हाईकमान के माथे पर चिंता की लकीरें गाढ़ी हो रही हैं। खबर है कि हाईकमान शीघ्र इस विवाद को लेकर जिले के सभी पक्षों के प्रमुख लोगों के साथ एक बैठक कर चर्चा कर विवाद का पटाक्षेप कर सकता है।
नगर परिषद आठनेर की तीन महिला पार्षदों को क्रॉस वोटिंग के आरोप में कांग्रेस से निष्कासित करने का मामला कांग्रेस संगठन के लिए गले की हड्डी बनता नजर आ रहा है। चुनावी वर्ष में जिले में बहुसंख्यक कुन्बी और राठौर समाज से ताल्लुक रखने वाली महिला पार्षदों को कांग्रेस से बाहर करने से दोनों समाजों में आक्रोश पनप रहा है। बहुसंख्यक समाज का प्रतिनिधित्व करने वाली नगर परिषद आठनेर की पार्षद श्रीमती रीता प्रदीप झोड़, रंजीता परेश मगरदे एवं प्रियंका सुनील राठौर के निष्कासन को जहां सामाजिक स्तर पर अपमानित और प्रताडि़त करने के रूप में देखा जा रहा है, वहीं राजनैतिक स्तर पर आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को दोनों समाज से नुकसान होने के कयास लगाये जा रहे है।
कांग्रेसी पार्षदों के निष्कासन का मामला प्रिंट- इलेक्ट्रानिक एवं सोशल मीडिया पर छाये रहने से इसकी भनक कांग्रेस आलाकमान कमलनाथ को भी लगने की खबर है। बहुसंख्यक वर्ग की महिला पार्षदों के निष्कासन से आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को नुकसान होने एवं बैतूल जिले की पांच में से चार सीटों पर पराजय का खतरा मंडराने को लेकर मिले इनपुट को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने खासी गंभीरता से लिया है। खबर है कि उक्त मामले को लेकर कांग्रेस हाईकमान जिला कांग्रेस संगठन सहित बैतूल- मुलताई विधायक से जवाब तलब करने वाले है। जिसके बाद महिला पार्षदों के निष्कासन के मामले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का रिएक्शन सामने आयेगा।
निष्कासन से उपज रहा आक्रोश
नगर परिषद आठनेर के अध्यक्ष पद के चुनाव में कांग्रेस की अधिकृत प्रत्याशी श्रीमती सरिता ज्ञानदेव माथनकर के खिलाफ क्रॉस वोटिंग करने के आरोप में प्रदेश कांग्रेस संगठन द्वारा कुन्बी समाज का प्रतिनिधित्व करने वाली पार्षदों श्रीमती रीता प्रदीप झोड़, श्रीमती रंजीता परेश मगरदे और राठौर समाज से ताल्लुक रखने वाली पार्षद श्रीमती प्रियंका सुनील राठौर को छ: वर्षों के लिए कांग्रेस से निष्कासित कर दिया था। बहुसंख्यक वर्ग का प्रतिनिधित्व करने वाली तीन महिला पार्षदों के खिलाफ कांग्रेस संगठन द्वारा निष्कासन जैसी कड़ी कार्यवाही करने से उक्त दोनों समाजों में आक्रोश उपज रहा है। निष्कासित की गई तीनों महिला पार्षदों की सामाजिक एवं राजनैतिक पृष्ठभूमि मजबूत होने से कांग्रेस संगठन द्वारा उनके खिलाफ की गई एक तरफा अनुशासनात्मक कार्यवाही को सामाजिक स्तर पर महिलाओं सहित समाज को अपमानित करना करार दिया जा रहा है।
चार सीटों पर हो सकता है नुकसान
संख्या बल में अजजा वर्ग के बाद कुन्बी समाज जिले में दूसरे नंबर पर होने से चुनावों में निर्णायक भूमिका अदा करता है। साथ ही राठौर समाज का भी बैतूल जिले में खासा दबदबा है। नगरपरिषद आठनेर की कुन्बी समाज की दो एवं राठौर समाज की एक महिला पार्षद को कांग्रेस से निष्कासित करने के सामाजिक स्तर पर उपज रहे आक्रोश का खामियाजा आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को भुगतने की आशंका राजनैतिक विश्लेषकों द्वारा जताई जा रही है।
बैतूल जिले की पांच विधानसभा क्षेत्रों में से बैतूल, मुलताई, भैंसदेही और आमला में कुन्बी और राठौर समाज की चुनावों में निर्णायक भूमिका रहती है। ऐसे में यदि बहुसंख्यक समाज की महिला पार्षदों के निष्कासन से उपजा अक्रोश बढ़ता गया तो आगामी विधानसभा चुनाव में उक्त चारों सीटों पर कांगे्रस पर हार का खतरा मंडराने की आशंका राजनैतिक पंडितों द्वारा जताई जा रही है। इसके पीछे यह तर्क दिया जा रहा है कि बीते विधानसभा चुनाव में भाजपा द्वारा बहुसंख्यक कुन्बी समाज को उम्मीदवारी नहीं देने से सामाजिक स्तर पर उपजे आक्रोश ने कुन्बी समाज के बाहुल्य और प्रभाव वाले बैतूल, मुलताई और भैंसदेही विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा को हार के कगार पर पहुंचा दिया था।
कांग्रेस हाईकमान जिम्मेदारों को करेंगे तलब
बहुसंख्यक समाज की तीन महिला पार्षदों के कांग्रेस से निष्कासित करने से उपजे आक्रोश से आगामी चुनाव में नुकसान की आशंका को लेकर मिल रहे इनपुट से कांगे्रस हाईकमान कमलनाथ खासे गंभीर है।