सर्वधर्म की आत्माओं के पिता हैं शिव : ब्रह्माकुमारीज

87 वें शिव जयंती महोत्सव पर निकाली भव्य शोभायात्रा
अनाउंसमेंट और पर्चे बांटकर दिया शिव अवतरण का संदेश
सारनी। विश्वविख्यात आध्यात्मिक एवं नैतिक शिक्षण संस्थान ब्रह्माकुमारीज के सारणी सेवाकेंद्र द्वारा महा शिवरात्रि के पावन पर्व पर विशाल शोभायात्रा का आयोजन किया गया। ब्रह्माकुमारी विद्यालय सारनी की संचालिका ब्रह्माकुमारी सुनीता दीदी ने बताया की शोभायात्रा द्वारा ज्योति स्वरूप निराकार परमात्मा शिव का सत्य परिचय देकर ये स्पष्ट किया गया की शिव ही सर्व धर्मो की आत्माओं के पिता है। परमात्मा एक है और वही हम सबके रचियता है। सभी धर्मो की आत्माएं एक पिता परमात्मा की संतान होने के नाते आपस में भाई भाई है।
तो समाप्त हो जाएगा मत और मनभेद
अगर हमे इस सत्य का बोध हो जाए तो धर्म, भाषा, जाति के नाम पे हो रहा मतभेद और मन भेद समाप्त हो जायेगा और इस सृष्टि पर पुन: वसुधैव कुटुंबकम् वाली सतयुगी दुनिया स्वर्गिक दुनिया आ जायेगी। वास्तव में आज धर्म के नाम पर हो रहे झगड़ो और हिंसा का मूल कारण है परमात्मा का सत्य परिचय ना होना। शोभायात्रा में दिखाया गया कि परमात्मा शिव को ज्योतिर्लिंग के रूप में गोपेश्वर में श्री कृष्ण ने तो रामेश्वरम में श्री राम ने पूजा की है। साथ ही सभी धर्म गुरुओं ने भी परमात्मा को निराकार ज्योति स्वरूप माना है तथा गॉड इस लाइट, एक ओमकार या नूर ए इलाही कहकर उसकी आराधना की है।
सभी धर्मों में ईश्वर का एक है स्वरूप
इससे सिद्ध होता है कि ईश्वर का स्वरूप सभी धर्मो में एक है भले ही हम उसे गॉड अल्लाह प्रभु जैसे कई नाम लेकर आह्वान करते है। शोभायात्रा द्वारा अनाउंसमेंट और पर्चों के माध्यम से घर घर भगवान के श्रृष्टि पर अवतरण का संदेश दिया गया और क्योंकि परमात्मा को अवतरित हुए 87 वर्ष हुए है इसी उपलक्ष में ब्रह्माकुमारीज द्वारा इसे 87 वें त्रिमूर्ति शिवजयंती महोत्सव के रूप में मनाया गया। इस यात्रा में सैकड़ों की संख्या में संस्था के अनुयाई उपस्थित हुए। नगर के कई स्थानों पर शोभा यात्रा का भव्य स्वागत किया गया। बी के सुनीता दीदी ने इस पावन पर्व पर सभी से जीवन में परमात्मा द्वारा सिखाए राजयोग को अपनाने का आग्रह भी किया।