मैकाले की शिक्षा से हम बढ़ रहे गुलामी की ओर – स्वामी ऋतेश्वर

सूर्यदीप त्रिवेदी
मैकाले की शिक्षा से हम बढ़ रहे गुलामी की ओर: स्वामी ऋतेश्वर
चुनाव जीतने के लिए लोग तोड़ रहे हैं सामाजिक समरसता
बैतूल। भारत की जो मूल विद्या थी संस्कृति विद्या, धार्मिक विद्या, गुरुकुलम की विद्या का लोप कर हम उस मैकाले की शिक्षा पद्धति अपना रहे हैं जिसने कहा था कि भारत शरीर से तो आजाद हो जाएगा लेकिन मानसिक रूप से सदा गुलाम रहेगा। आज हम उसी गुलामी की ओर बढ़ रहे हैं। भारत को यदि फिर से विश्व गुरू बनना है तो मैकाले की शिक्षा पद्धति समाप्त कर सनातन शिक्षा की ओर मुड़ना होगा।
उक्त विचार आनंदमधाम ट्रस्ट वृंदावन से आए संत ऋतेश्वर महाराज ने सर्किट हाऊस में पत्रकारों से चर्चा में व्यक्त किए। भारत की सनातन संस्कृति, एकता, अखण्डता और राष्ट्रवाद की अलख जलाने वृंदावन से 36 राज्यों की यात्रा पर निकले ऋतेश्वर महाराज रविवार शाम को भोपाल से नागपुर जाते समय कुछ देर के लिए बैतूल रूके थे। 15 संतों के साथ यात्रा पर निकले ऋतेश्वर महाराज का बैतूल में सांसद डीडी उइके, भाजपा जिलाध्यक्ष आदित्य बबला शुक्ला, पार्षद प्रधान सहित अन्य नेताओं ने स्वागत किया। सर्किट हाऊस में पत्रकारों से चर्चा करते हुए ऋतेश्वर महाराज ने कहा कि मैकाले की शिक्षा से भारत का नैतिक विकास तो हो रहा है लेकिन सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक विाकस भी होना चाहिए। महाराज ने कहा कि जिन राष्ट्रों के भौतिक विकास हुए हैं वे सुखी नहीं है। दुनिया की तीन बड़ी ताकत अमेरिका, स्वीडन और जापान का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि इन देशों में साक्षरता की दर सबसे अधिक है। प्रति व्यक्ति आय भी सबसे अधिक है लेकिन सबसे अधिक साइको पेशेंट भी इन्हीं देशों में है। सबसे ज्यादा आत्महत्या भी इन्हीं देशों में होती है। यह कैसा विकास है? आखिर यह कनेक्शन क्या कहलाता है? विचार की जरूरत है कि सबसे ज्यादा पढ़ाई, सबसे ज्यादा कमाई होने के बावजूद सबसे अधिक आत्महत्या क्यों हो रही है? ऋतेश्वर महाराज ने कहा कि भारत में कभी 31 प्रतिशत साइको दर थी जो बढ़कर 41 प्रतिशत हो गई है। उन्होंने आधुनिक शिक्षा पद्धति पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यदि ऐसा ही चलता रहा तो हम और चीज में भले ही अमेरिका की बराबरी नहीं कर पाए पागल होने से जरूर करेंगे। ऋतेश्वर महाराज ने आधुनिक राजनीति पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आज भी हम जाति पाति के नाम पर, वर्ग विशेष के नाम पर और भी कोई कारण लाकर चुनाव जीतने के लिए लोग सामाजिक समरसता को तोडऩे का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन्हीं से जनजागरण लाने में राष्ट्र की यात्रा पर निकला हूं। इस दौरान महाराज ने पत्रकारों के सवाल के खुलकर जवाब दिए। ऋतेश्वर महाराज ने प्रदेश में चल रहे सीएम राइज स्कूल के नाम को लेकर कहा कि वे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से मिलकर इस पर चर्चा करेंगे और सीएम राइ स्कूल का नाम बदलने की बात करेंगे। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की तारीफ करते हुए कहा कि स्वयं सेवक हमेशा आपदा में सबसे आगे रहते हैं। आरएसएस राष्ट्रवाद, सनातन, संस्कृति को आगे बढ़ा रही है।
पत्रकारवार्ता में सांसद डीडी उइके, भाजपा जिलाध्यक्ष आदित्य बबला शुक्ला भी मौजूद थे। बैतूल से ऋतेश्वर महाराज नागपुर के लिए रवाना हो गए।