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बंसल कंपनी पर आखिर किसकी कृपा सारे नियम एक तरफ

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सूर्यदीप त्रिवेदी 

सड़क निर्माण हो या रेल की पटरी बिछाना हो जिले में जिम्मेदार ठेकेदारों के भरोसे हैं ठेकेदारों में भाईचारा है तो नियम कायदों को भगवान भरोसे ही निपटाया जा रहा है नया मामला तीसरी रेल लाइन की जमीन पर बंसल कंपनी द्वारा खुदाई कर मोरम जेपी मिट्टी को निकालकर इस्तेमाल किया जा रहा है यहां रेलवे ठेकेदार और सड़क ठेकेदार के बीच चल रहे समझौते के पीछे खनिज विभाग की कहानी कम दिलचस्प नहीं है खनिज विभाग की जिम्मेदार यह स्वीकार करते हैं की उन्होंने रेलवे के ठेकेदार के कहने पर लिखित रूप में बंसल कंपनी को मिट्टी परिवहन की परिवहन की इजाजत दी है वही बंसल कंपनी के जिम्मेदार खुदाई की परमिशन होने की बात कहते हैं कह सकते हैं इसके पहले भी खनिज विभाग की खासी कृपा कई कई मामलों में बंसल के ऊपर दिखाई दी है अवैध खनन सीमांकन और मूल्यांकन होने के बाद भी विभाग में मामला दर्ज करने की मशक्कत कौन करे वाली कहानी चल रही है बंसल की दादागिरी खनिज विभाग में खौफ बरसाती रही है कुछ समय पहले खनिज विभाग के जिम्मेदार की बंसल कंपनी के कर्मचारी ने पिटाई कर दी थी अब रेलवे की जमीन पर ठेकेदारों के हिसाब से खुदाई और परिवहन कितना कायदे में है यह तो जिम्मेदारों की प्रसाद के बाद पता चलेगा हमें तो पता चला है की रेलवे की जमीन पर बगैर उचित अनुमति के खुदाई करना बड़ा अपराध होता है खनिज विभाग के नागवंशी जी कहते हैं कि बंसल को परिवहन की इजाजत दी है जिसकी रॉयल्टी भी वसूली जा रही है यह किस नियम से दिया है के जवाब में वे बताते हैं कि रेलवे के ठेकेदार अग्रवाल ने लिखित में दिया है उसी लिहाज से अनुमति दी वही बंसल के कैलाश बड़ौदा खुदाई की भी अनुमति का दा वा कर रहे हैं।

ठेकेदारी हो गया मालिक

कोसमी के पास रेलवे की तीसरी लाइन का काम चल रहा है जिसका ठेका किसी अग्रवाल के पास होने की बात सामने आई है इन्हीं अग्रवाल महोदय के कहने पर खनिज विभाग बंसल को परिवहन की अनुमति देकर रॉयल्टी वसूली है अब सवाल यह उठता है कि रेलवे के ठेकेदार रेलवे की जमीन से निकले मटेरियल को बिकवा ने के लिए कितनी काबिलियत रखते हैं खैर खनिज विभाग वालों ने पढ़ाई लिखाई की है उन्हें ज्यादा पता है लेकिन जो हमें पता है वह खनिज विभाग की कृपा कारनामे वाली कहानी को सामने ला रहा है पहले भी बंसल नगरपालिका बैतूल जल संसाधन विभाग खनिज विभाग राजस्व विभाग के सामने ताकतवर साबित हुआ है आप रेलवे के सामने भी बंसल की बाढ़ और बखर दिखाई दे रही।