नगर पालिका सारणी द्वारा बेतहाशा संपत्ति कर जलकर वृद्धि के विरोध में सामूहिक रूप से टैक्स ना भरकर विरोध किया
ब्यूरो रिपोर्ट
सारनी- नगर पालिका में लोक अदालत के माध्यम से संपत्ति कर मैं अधिभार की छूट के साथ लोगों को टैक्स भरने के नोटिस दिए गए थे लेकिन लोगों में 3 गुना तक संपत्ति कर जलकर मैं वृद्धि के विरोध में लोगों ने सामूहिक रूप से टैक्स ना भरकर विरोध दर्ज किया मनोहर पचोरिया, कृष्णकांत आर्य ने बताया कि उजड़ते सारणी क्षेत्र में बढ़ती बेरोजगारी और पलायन के कारण लोगों की आर्थिक स्थिति खराब है और उस पर नगर पालिका द्वारा 3 गुना तक संपत्ति कर जलकर में वृद्धि और खाली भूमि का भी टैक्स जोड़ने के कारण लोगों को मानसिक और आर्थिक रूप से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है टैक्स वृद्धि से तो ऐसा लगता है कि हम लोग किसी किराए के मकान में रह रहे हैं जबकि पूर्व में जो टैक्स 3000 ₹ साल लगता था आज वही लगभग 10,000 ₹ तक कर दिया गया है जो हमारे भरने की छमता में नहीं इस तरह नगर पालिका सारणी द्वारा टैक्स में बेतहाशा वृद्धि कर क्षेत्र की जनता के साथ अन्याय किया जा रहा है जिसका हम सामूहिक रूप से टैक्स ना भरकर विरोध दर्ज कर रहे हैं।