अतिक्रमण की चपेट में शासकीय भूमि, शिक्षक ने किया जबरन कब्जा

पिता के नाम पर बना लिए भूमि आवंटन के दो फर्जी प्रमाण पत्र
ग्राम सालीवाडा में पदस्थ है शिक्षक, कलेक्टर से शिकायत
बैतूल। घोड़ाडोंगरी तहसील के अंतर्गत ग्राम चोपना में शासकीय भूमि अतिक्रमण की चपेट में है। शिकायत के बाद भी जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे है। जबकि अतिक्रमण के चलते गांव में तनाव व विवाद की स्थिति निर्मित हो रही हैं। इस मामले में बुधवार को क्षेत्र के निप्पद विश्वास पिता हजारीपद ने कलेक्टर से शिकायत करते हुए सालीवाडा ग्राम में पदस्थ शासकीय शिक्षक दिलीप मंडल पिता विराट वल्द घाघर मंडल के खिलाफ शासकीय भूमि पर जबरन अतिक्रमण करने का आरोप लगाया है। शिकायतकर्ता ने बताया कि दिलीप मंडल पिता विराट मंडल चोपना व उसके आसपास की शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर रहा है। शासकीय जमीन पर हो रहे अतिक्रमण के चलते गांव का विकास बाधित हो गया है। अतिक्रमणकारी के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे बेरोकटोक सरकारी जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। शिकायत के बावजूद अधिकारियों द्वारा अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं किए जाने से उनके हौसले बुलंद हो गए हैं। शिकायत के बावजूद शासन-प्रशासन के उदासीन रवैए के चलते शिक्षक दिलीप मंडल अतिक्रमण कर शासकीय जमीन को हड़प चुका हैं। ऐसे लोगों को गांव के विकास से कोई सरोकार नहीं है। इसके चलते मुश्किले बढ़ती जा रही है।
— पिता के नाम से बनाए भूमि आवंटन के प्रमाण पत्र–
शिकायतकर्ता निप्पद विश्वास ने बताया कि दिलीप मंडल ने उसके पिता विराट के नाम से प्रथक- प्रथक दो भूमि आवंटन के प्रमाण पत्र के बनवा लिये है। भूमि आवंटन के दोनो ही प्रमाण पत्र फर्जी है जबकि अनावेदक के पिता विराट मंडल को पुर्नवास के दौरान लघु व्यवसाय के रूप में तह आमला में बसाया गया था। उसे व्यवसाय हेतु ऋण एवं दुकान व घर का प्लाट शासन ने दिया था जो अनावेदक ने बेच दिया है। अब अपने आप को कृषि परिवार का बताकर अपने पिता के नाम से कई वर्षों पूर्व से फर्जी आवंटन प्रमाण पत्र बनाकर चोपना तथा आमडोह की कृषि भूमि आवंटन प्रमाण पत्र बनाकर चोपना तथा आमडोह की कृषि भूमि पर कब्जा कर रहा है। आवेदक निप्पद विश्वास के अनुसार किसी भी व्यक्ति को पुर्नवास के दौरान दो भूमि आवंटन प्रमाण पत्र नहीं दिया गया है। उन्होंने फर्जी प्रमाण पत्रों की जांच कर अनावेदक के विरुद्ध उचित कार्यवाही करने की मांग की है।