भीमपुर बीएमओ को तत्काल प्रभाव से हटाए जाने की मांग
राजेश साबले जिला ब्यूरो
महिला कर्मचारियों को बेड टच करने के लगे गंभीर आरोप, आंदोलन की दी चेतावनी
स्वास्थ्य कर्मचारियों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, बगैर नोटिस वेतन काटने से उपजा कर्मचारियों का आक्रोश
बैतूल। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ स्वास्थ्य कर्मचारियों ने बुधवार को कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर बीएमओ बृजेश यादव को तत्काल प्रभाव से हटाए जाने की मांग की है। रैली निकालकर कलेक्ट्रेट पहुंचे स्वास्थ्य कर्मचारियों ने बीएमओ के खिलाफ मानसिक एवं आर्थिक प्रताड़ना सहित बैड टच करने का गंभीर आरोप लगाया है।
दरअसल, स्वास्थ्य कर्मचारियों में आक्रोश वेतन कटौती के बाद उपजा है। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि बिना कारण बताओ नोटिस जारी किए बीएमओ द्वारा वेतन काटने की कार्यवाही की गई जो कि नियम विरुद्ध है। जिला प्रशासन को सौंपे शिकायत आवेदन में स्वास्थ्य कर्मचारियों ने बताया कि बीएमओ द्वारा 10 हजार से 15 हजार रुपये नियमित एएनएम कर्मचारी का तथा 5 हजार रू सी.एच.ओ का वेतन काटा गया है। इसके अलावा 13 सेक्टर सुपरवाइजर का माह नवंबर का वेतन रोक लिया गया है।
— अधीनस्थ कर्मचारियों को निलंबन की धमकी देते हैं बीएमओ–
स्वास्थ्य कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि खंड चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर ब्रजेश यादव स्वयं एक संविदा अधिकारी होते हुए अन्य अधीनस्थ संविदा कर्मचारियों को नौकरी से निकालने एवं नियमित कर्मचारियों निलंबित करने की कार्यवाही करने की धमकी देते हैं। कहते हैं कि मेरा कोई नेता या कलेक्टर कुछ नहीं बिगाड़ सकता। अनमोल पोर्टल पर तकनीकी समस्या होने के कारण डाटा त्रुटि प्रदर्शित हो रही है जिसकी जांच किये बिना ही बीएमओ द्वारा कर्मचारियों को प्रताड़ित किया जा रहा है और कर्मचारी को टारगेट करके वेतन काटा गया है। जबकि पूर्व में जिला स्तर से कर्मचारी द्वारा शिकायत करने पर अनमोल पोर्टल त्रुटि को सही करने के लिये भोपाल एनएचएम को प्रेषित किया जा चुका है। उसके बावजूद बीएमओ द्वारा कर्मचारियों को डाटा त्रुटि सही करने के लिये मानसिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। बीएमओ द्वारा एक लेटर जारी किया गया था जिसमें समस्त एएनएम, एम.पी पीडब्लू, सीएचओ की सैलरी काटने का उल्लेख था। इसके बावजूद अन्य उप स्वास्थ्य केन्द्र जिनका कार्य अच्छा नहीं हैं परंतु बीएमओ के साथ अच्छे सम्बन्ध होने के कारण उनके उप स्वास्थ्य केन्द्र का वेतन नहीं काटा गया। स्वास्थ्य कर्मचारियों ने मांग की है कि इन उप स्वास्थ्य केंद्र के सभी कार्यों की समीक्षा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा कराया जाए।
— कार्यवाही नहीं होने पर काम बंद करने की दी चेतावनी–
इसके साथ ही यह भी आरोप लगाए गए की स्वास्थ्य विभाग में 90 प्रतिशत महिला कर्मचारी पदस्थ है जोकि अपने परिवार से दूर रहकर ग्रामीण क्षेत्र में मुख्यालय में निवास कर स्वास्थ्य सेवाएं दे रही है। इसके बावजूद बीएसओ द्वारा महिला कर्मचारियों के साथ अभद्र व्यवहार तू , रे, यार, साले, कमीनी, ए.ओ जैसे शब्दों का प्रयोग किया जाता है और महिला कर्मचारी को बेड टच किया जाता है। विभागीय पत्र का उल्लेख करते हुए कर्मचारियों ने बताया कि पत्र क्रं / 01 जी / विज्ञप्त / सेल 05 / 2022 / 711 दिनांक 24/03/2022 के संचालनालय स्वास्थ्य सेवायें म.प्र . के अनुसार संविदा चिकित्सक को खण्ड चिकित्सा अधिकारी का प्रभार नहीं सौंपा जा सकता। समस्त एएनएम सीएचओ एवं सेक्टर सुपरवाइजर की यह मांग है कि इस तरह महिलाओं से अभद्र व्यवहार करने वाले बीएमओ को पद से हटाया जाए यदि ऐसा नहीं होता है तो समस्त स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपना अपना कार्य नहीं करेंगे एवं उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
इनका कहना.
44 कर्मचारियों की काम मे लापरवाही के लिये 5 दिन की सैलरी काटी गई है इसलिये बेड टच के आरोप लगाए जा रहे हैं। यदि बेड टच किया है तो कर्मचारी वह प्रूफ भी दे दे।एक साथ इतने लोगो ने गम्भीर आरोप लगाए वह भी वेतन काटे जाने पर। शिक़ायत बेड टच के बाद क्यों नही की गई।
डॉ ब्रजेश यादव, बीएमओ भीमपुर