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सर्द हवाओं से बढ़ी सिहरन, मलाजखंड में पारा नौ डिग्री पर

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भोपाल । उत्तर भारत का प्रभावित कर रहा पश्चिमी विक्षोभ कमजोर पड़कर आगे बढ़ गया है। इसके असर से पाकिस्तान में बना प्रेरित चक्रवात भी समाप्त हो गया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक वर्तमान में मध्य प्रदेश के मौसम को प्रभावित करने वाली कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। हवाओं का रुख भी उत्तरी, उत्तर-पूर्वी बना हुआ है। इस वजह से मध्य प्रदेश में सर्दी बढ़ने लगी है। बुधवार से रात के तापमान में और गिरावट आने के आसार हैं। उधर मंगलवार को मध्य प्रदेश में सबसे कम नौ डिग्री सेल्सियस तापमान मलाजखंड में दर्ज किया गया। जो इस सीजन का सबसे कम तापमान रहा।
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अशफाक हुसैन ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश के सभी संभागों के जिलों का मौसम मुख्यत: शुष्क रहा। न्यूनतम तापमानों में सभी संभागों के जिलों में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। न्यूनतम तापमान जबलपुर, नर्मदापुरम संभागों के जिलों में सामान्य से कम रहे। शेष संभागों के जिलों में सामान्य के आसपास रहे।वर्तमान में कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। हवाओं का रुख भी उत्तरी एवं उत्तरपूर्वी बना रहने से तापमान में गिरावट होने लगी है।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि पाकिस्तान और उससे लगे जम्मू कश्मीर पर बना पश्चिमी विक्षोभ समाप्त हो गया है। इसके प्रभाव से उत्तर भारत के पहाड़ों पर बर्फबारी के अलावा वर्षा भी हुई है। उधर हवाओं का रुख भी उत्तरी होने लगा है। उत्तर भारत की तरफ से आ रही सर्द हवाओं के कारण न्यूनतम तापामान में गिरावट होने लगी है। बुधवार से रात के तापमान में और गिरावट होने की संभावना है। हालांकि एक पश्चिमी विक्षोभ ईरान और अफगानिस्तान के बीच बना हुआ है। इस मौसम प्रणाली के 18 नवंबर को उत्तर भारत पहुंचने के आसार है। उसके बाद रात के तापमान में मामूली बढ़ोतरी हो सकती है।