दीपावली के हाट-बाजारों में परंपरागत माटी शिल्पियों को नहीं लगेगा बाजार शुल्क
राजेश साबले जिला ब्यूरो
बैतूल-दीपावली के अवसर पर परंपरागत माटी शिल्पियों द्वारा माटी उत्पाद (दीपक, खिलौने, सजावटी सामान ) का निर्माण किया जाता है तथा इन्हें जिले के विभिन्न स्थानों, साप्ताहिक हाट/बाजारों में विक्रय हेतु लाया जाकर अपनी जीविकोपार्जन किया जाता है।
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री अमनबीर सिंह बैंस ने आदेश दिए हैं कि नगर पालिका परिषद्/नगर परिषद एवं ग्रामीण क्षेत्रों में लगने वाले हाट बाजारों में उचित स्थान दिलाकर बिक्री की व्यवस्था की जाए तथा इनसे किसी प्रकार के बाजार शुल्क आदि की वसूली नहीं की जाए। साथ ही मिट्टी के दीयों के उपयोग हेतु लोगों को प्रोत्साहित भी किया जाए।