घबराए नहीं शुक्र अस्त होने से भी रहेगा जन जीवन सामान्य-कौशलेन्द्र शास्त्री
-भगवताचार्य आचार्य कौशलेन्द्र पाण्डेय,
आचार्य कौशलेंद्र पाण्डेय जी ने बताया कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब भी कोई ग्रह सूर्य के नजदीक जाता है तो ग्रहों के राजा उसे अस्त कर देते हैं.
जैसा कि हम आप जानते हैं कि 28 सितम्बर 2022 से शुक्र अस्त प्रारम्भ हुआ है समाज में कई भ्रामक जानकारियों को फ़ैलाया जा रहा है उनसे उलझे ना क्योंकि शुक्र अस्त के समय केवल शादी,विवाह,मुंडन,द्विरागमन, गृहप्रवेश,नुतन प्रतिष्ठान नूतन व्रत प्रारम्भ जैसे मांगलिक कार्यों का ही निषेध है । वाहन खरीदारी या बर्तन की खरीदारी या वस्त्र से संबंधित खरीदारी बुकिंग या जो अन्य कार्य हैं उनको करने में किसी भी प्रकार का कोई दोष नहीं है । आपके जीवन में ज्यादा समस्याएं आ रही हैं तो आप शुक्र के बीज मंत्र “ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः”का जाप कर सकते हैं।