रात 1 बजे घर से भागी 4 सहेलियां, परासिया स्टेशन के वॉशरूम में बदले कपड़े…

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गौरी बालापुरे

गांव से पैदल पहुंची स्टेशन, टिकट लेकर होशंगाबाद जाने की थी तैयारी, आरपीएफ ने बैतूल में उतारा
बैतूल। माता-पिता बकरी चराने भेजते हैं, मारपीट करते हैं इसलिये चार सहेलियां रात 1 बजे घर से भाग गई।रात में चारो ने गांव से पैदल स्टेशन की दूरी तय की और यहाँ से होशंगाबाद के लिये टिकट ली। स्टेशन के वॉशरूम में दो ने साड़ी और दो किशोरियों ने लांचा पहना और आज सुबह पातालकोट एक्सप्रेस से सफर शुरू किया।सूचना मिलने पर आरपीएफ बैतूल ने चारों नाबालिग किशोरियों को स्टेशन पर उतारकर चाइल्ड लाइन को सूचना दी।
इस संबंध में बैतूल आरपीएफ को इनमें से दो स्कूल में पढ़ती है और दो की पढ़ाई छूट गई है। किशोरियो ने चाइल्ड लाइन को बताया कि उनके साथ परिजनों द्वारा रोज मारपीट की जाती है। जबरदस्ती बकरी चराने भेजा जाता है। रोज-रोज की प्रताडऩा से परेशान होकर चारों ने बीती रात घर से भागने की योजना को अंजाम दिया। किशोरियों के पास कपड़े के बैग एवं एक पेटी भी है।आरपीएफ और चाईल्डलाईन चारों किशोरियों से पूछताछ कर रही है।