न जोखिम में डाल शेल्फी ले रहे युवा – 56 लाख खर्चने के बाद भी कोई सुरक्षा के इंतजाम नहीं,
योगेश चौरसिया जिला ब्यूरो
शेल्फी स्पाॅट बना निवास का पर्यटक स्थल घुघरा जल प्रपात
निवास. वर्षों की प्रतीक्षा के बाद निवास का पर्यटक स्थल घुघरा जलप्रपात का कायाकल्प तो हुआ और तो और इसे पर्यटक स्थलों की सूची में शामिल भी कर लिया गया किंतु 56 लाख 53 हजार रुपयों के खर्च होने के बाद भी सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किये जा सके हैं. घुघरा जलप्रपात बरसात के दिनों में अपने पूरे शबाव पर रहता है. जहां बारिश के दौरान इसके मनमोहक दृश्य को निहारने व कैमरे में कैद करने के लिये युवाओं का जमावड़ा लगा रहता है.
बहुत से युवा को यहां मात्र शैल्फी लेने ही आते हैं. लेकिन सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम न होने से कभी भी किसी बड़ी दुर्घटना से नकारा नहीं जा सकता. सुरक्षा के नाम पर दोपहर को कभी कभार पुलिस के जवान को खड़ा कर दिया जाता है किंतु यह काफी नहीं है. जलप्रपात के किनारे रैलिंग आदि की व्यवस्था होनी चाहिये थी जिससे लोग सुरक्षित होते हुए इस मनोरम दृश्य को अपने कैमरों में कैद कर पाते किंतु रैलिंग न होने के कारण लोग जान जोखिम में डालकर शेल्फी लेते दिख रहे हैं.
सांसद विधायक की उपस्थिति में हुआ था भूमि पूजन
घुघरा जलप्रपात को पर्यटन स्थल के रूप में मान्यता मिलने के बाद ही स्थानीय सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते एवं विधायक डॉ अशोक मर्सकोले सहित बड़ी संख्या जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में भूमि पूजन किया गया था. लगा था कि अब विकास दूर नहीं है शीघ्र ही घुघरा जलप्रपात सर्व सुविधायुक्त होगा. लेकिन सर्व सुविधा युक्त न सही कम से कम मूलभूत सुविधाएं तो मुहैया करानी चाहिए.