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पश्चिमी विक्षोभ का असर, 24 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी, 6 संभागों में बिजली गिरने का अलर्ट, कई सिस्टम एक्टिव

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22 जुलाई तक भोपाल, इंदौर और जबलपुर में गरज-चमक साथ हल्की बारिश हो सकती है। वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण के रूप में बना हुआ है।
भोपाल। लगातार नए वेदर सिस्टम एक्टिव होने से प्रदेशभर में बारिश का दौर जारी है। गुरुवार काे सागर, रीवा, ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलाें में भारी वर्षा हाेने की संभावना है। शुक्रवार काे मप्र के अधिकतर जिलाें में वर्षा की गतिविधियाें में तेजी आने के आसार हैं। एमपी मौसम विभाग (MP Weather Department) के अनुसार, आज गुरुवार 21 जुलाई 2022 को 4 संभागों और 9 जिलों में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। वही 6 संभागों और 6 जिलों में बिजली गिरने और चमकने का भी येलो अलर्ट जारी किया गया है।
एमपी मौसम विभाग के अनुसार, आज गुरूवार 21 जुलाई को 4 संभागों समेत 9 जिलों में गरज चमक के साथ भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसमें रीवा, चंबल, ग्वालियर और नर्मदापुरम संभाग के साथ अनुपपुर, डिंडौरी, मंडला, बालाघाट, सागर, छतरपुर, विदिशा, बुरहानपुर और खंडवा में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। वही रीवा, शहडोल, भोपाल, नर्मदापुरम, ग्वालियर, चंबल संभाग के साथ मंंडला, बालाघाट, सागर,छतरपुर,बुरहानपुर और खंडवा में बिजली गिरने और चमकने के लिए अलर्ट जारी किया गया है।पश्चिमी विक्षोभ के कारण अरब सागर से अतिरिक्त नमी मिल रही है, ऐसे में तीन दिनों तक वर्षा जारी रह सकती है।
एमपी मौसम विभाग के अनुसार, वर्तमान में 5 वेदर सिस्टम एक्टिव है। वर्तमान में उत्तरी पाकिस्तान पर एक पश्चिमी विक्षाेभ हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। झारखंड और उससे लगे छत्तीसगढ़ पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक शक्तिशाली चक्रवात बन गया है। मानसून ट्रफ गंगानगर, रोहतक, मेरठ से होते हुए फुरसतगंज, पुरुलिया और पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है। साथ ही कोंकण तट से उत्तरी केरल तट के सामानांतर अपतटीय ट्रफ मौजूद है। महाराष्ट्र पर विपरीत दिशा की हवाओं (पूर्व-पश्चिमी) का टकराव हाे रहा है।
एमपी मौसम विभाग के अनुसार, 22 जुलाई तक भोपाल, इंदौर और जबलपुर में गरज-चमक साथ हल्की बारिश हो सकती है। वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण के रूप में बना हुआ है। इसके अलावा झारखंड पर एक अन्य चक्रवाती घेरा सक्रिय है। लोकल सिस्टम बनने से दो दिन तक इंदौर और आसपास के इलाकों में हल्की वर्षा हो सकती है। दो दिन बाद ही फिर से बारिश की गतिविधियों में तेजी आएगी।आज गुरुवार काे झारखंड और उसके आसपास बने चक्रवात के आगे बढ़ने के आसार हैं।
एमपी मौसम विभाग के अनुसार, इस चक्रवात के प्रभाव से शुक्रवार से मप्र के अधिकतर जिलाें में एक बार फिर रुक-रुककर बौछारें का दौर शुरू होगा। इस दौरान जबलपुर, शहडाेल संभागाें के जिलाें में कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हाे सकती है। जम्मू कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है,जो अभी विक्षोभ पाकिस्तान के पास है, जिसके कारण अरब सागर से अतिरिक्त नमी मिल रही है।वही बंगाल की खाड़ी से पश्चिमी उत्तर प्रदेश होेते हुए राजस्थान तक मानसून ट्रफ लाइन जाने से बंगाल की खाड़ी से भी पर्याप्त मात्रा में नमी आ रही है।इधर अरब सागर व बंगाल की खाड़ी नमी ग्वालियर-चंबल संभाग, बुंदेलखंड में एकत्रित हो रही है, ऐसे में भारी वर्षा के आसार बन गए हैं।