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वर्षा से फिलहाल राहत के आसार नहीं, दोपहर बाद गरज-चमक के साथ पड़ सकती हैं बौछारें

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कम दबाव का क्षेत्र मध्य प्रदेश के मध्य एवं उससे लगे उत्तरी क्षेत्र पर बना हुआ है। मिल रही पर्याप्त नमी।
कम दबाव का क्षेत्र मध्य प्रदेश के मध्य में सक्रिय है। मानसून ट्रफ भी कम दबाव के क्षेत्र से होकर गुजर रहा है। इन दो मौसम प्रणालियों के असर से प्रदेश के विभिन्न जिलों में वर्षा हो रही है। इसी क्रम में पिछले 24 घंटों के दौरान मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे तक खंडवा में 67, धार में 58.2, इंदौर में 53.8, नर्मदापुरम में 49.0, खरगोन में 42, उज्जैन में 34, रतलाम में 27, रायसेन में 23.6, भोपाल में 14, छिंदवाड़ा में 11.6, पचमढ़ी में 8.2, बैतूल में 6.8, मंडला में छह, सिवनी में 5.2, मलाजखंड में 1.6, गुना में 0.3, ग्वालियर में 0.2, जबलपुर में 0.1 मिलीमीटर वर्षा हुर्इ। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मंगलवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, सागर, रीवा, ग्वालियर, चंबल संभागों के जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 24.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। साथ ही यह सोमवार के न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 1.6 डिग्री सेल्सियस कम रहा। मंगलवार को अधिकतम तापमान 32.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था, जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक रहा था। साथ ही सोमवार के अधिकतम तापमान 35.5 डिग्री सेल्सियस की तुलना में तीन डिग्री सेल्सियस कम रहा था। बादल बने रहने के साथ ही बौछारें पड़ने के कारण तापमान में गिरावट हुर्इ। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक रुक–रुककर बौछारें पड़ने से राजधानी के वातावरण में बड़े पैमाने में नमी मौजूद है। सुबह से बीच-बीच में धूप निकलने से तापमान भी बढ़ रहा है। इस वजह से दोपहर के बाद शहर में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ हल्की बौछारें पड़ सकती हैं।
ये मौसम प्रणालियां हैं सक्रिय
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में कम दबाव का क्षेत्र मध्य प्रदेश के मध्य एवं उससे लगे उत्तरी क्षेत्र पर बना हुआ है। मानसून ट्रफ बीकानेर, कोटा, झारखंड, पूर्णिया से मप्र में बने कम दबाव के क्षेत्र से होकर बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है। इन दो मौसम प्रणालियों के प्रभाव से मिल रही लगातार नमी से मप्र के विभिन्न जिलों में बारिश हो रही है। मंगलवार को दोपहर के बाद राजधानी में हल्की बौछारें पड़ने की संभावना है।
MP Weather : 4 सिस्टम एक्टिव, 20 जिलों में गरज-चमक के साथ भारी बारिश की चेतावनी, येलो अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने कई जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी कर दिया गया है।
भोपाल। मध्यप्रदेश में पल-पल मौसम (MP weather) में बदलाव देखने को मिल रहा है। दरअसल कई सिस्टम एक्टिव (System active) होने की वजह से लगातार वातावरण में नमी देखी जा रही है। वहीं मौसम विभाग (weather department) के अनुसार कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट (rain alert) जारी कर दिया गया है। दरअसल 6 से संभागों में गरज चमक के साथ बिजली गिरने की संभावना जताई गई है।
मध्य प्रदेश मौसम विभाग के मुताबिक कई जिलों में बारिश के साथ गरज चमक का अलर्ट जारी किया गया है। जिसमें सागर इंदौर उज्जैन नर्मदापुरम भोपाल जबलपुर चंबल सहित ग्वालियर संभाग के कई जिले शामिल है। इसके अलावा कई जिलों में भारी बारिश की संभावना जाहिर की गई है। इन जिलों में बीते दिनों 64.5 से 115.5 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। कई जिलों में गरज़ चमक साथ भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया। उसमें रायसेन, गुना के अलावा विदिशा, सीहोर, नीमच, रतलाम, शाजापुर, आगर और मंदसौर शामिल है।
बीते 24 घंटे के दौरान जबलपुर भोपाल इंदौर उज्जैन के कई जगहों पर बारिश देखने को मिली है। सागर संभाग के कई स्थानों पर भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है। मौसम विभाग के मुताबिक करेली, सिवनी, कटंगी, कालापीपल, खुरई, हराई, श्यामपुर, टिमरनी, पुष्पराजगढ़ और पचमढ़ी में 10 सेंटीमीटर से 20 सेंटीमीटर बारिश रिकॉर्ड किया गया।
आज मंगलवार को नर्मदापुरम संभाग में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इसके अलावा अंचल में हो रहे जोरदार बारिश की वजह से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। मंगलवार सुबह इटारसी तवा डैम के पास गेट खोल दिए गए हैं। हालांकि मध्यप्रदेश में फिलहाल बारिश से राहत के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। नर्मदा का जलस्तर सेठानी घाट पर रात 9:00 बजे के करीब 952 फीट की ऊंचाई तक पहुंच गया है।
मौसम विभाग ने कई जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी कर दिया गया है। दोपहर बाद मध्य प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी कर दी गई है। मौसम विभाग ने नर्मदा के जल स्तर को और अधिक बढ़ने की संभावना जताई है। इसके अलावा चार मौसम प्रणालियां एक्टिव होने की वजह से प्रदेश के विभिन्न जिलों में भारी बारिश देखने को मिल रही है। 24 घंटे के दौरान खंडवा, इंदौर, नर्मदा पुरम, खरगोन, उज्जैन, रतलाम, रायसेन, छिंदवाड़ा, पचमढ़ी, भोपाल, सिवनी, मंडला, ग्वालियर, जबलपुर बारिश रिकॉर्ड किया गया है।
इधर मध्यप्रदेश में कम दबाव के क्षेत्र मध्य प्रदेश के मध्य और उसे लगे उत्तरी क्षेत्र पर बने हुए हैं। वही मानसून ट्रफ बीकानेर कोटा झारखंड पूर्णिया से मध्य प्रदेश से बने कम दबाव के क्षेत्र से होकर बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है। इसके अलावा दो मौसम प्रणालियां उत्तर भारत की तरफ से देखने को मिल रही है। जिससे मौसम में नमी देखी जा रही है। वहीं दोपहर बाद राजधानी भोपाल में भी हल्की बौछारें पड़ने की संभावना जाहिर की गई।