भरी बारिश में बढ़ा सूखे का खतरा -किसान परेशान
मनोहर
- उत्तर प्रदेश में बढ़ा सूखे का खतरा।
- अब तक सामान्य का 35.5 प्रतिशत ही बारिश।
- किसान परेशान।
आधी जुलाई समाप्त हो चुकी है लेकिन अभी तक बारिश उम्मीद से बहुत कम हुई है। ऐसी स्थिति से सूखे का खतरा बढ़ गया है। अब तक सामान्य का 35.5 फीसद ही वर्षा हुई है। ऐसे में धान की पैदावार कम होने की आशंका जताई जा रही है।
लखनऊ। आषाढ़ माह किसानों का आसमान निहारते बीत गया। अब सावन में भी लोग वर्षा के लिए तरस रहे हैं। तेज धूप और उमस से सभी बेहाल हैं। बीच-बीच में बादल छाने पर लोग उम्मीद बांधते हैं लेकिन, पश्चिमी विक्षोभ व कम दबाव का क्षेत्र दूसरी जगह बनने जैसे दावे उन्हें निराश कर रहे हैं। सूबे में हर तरफ सूखे के आसार नजर आ रहे हैं। खरीफ फसलों का क्षेत्रफल पिछले साल की अपेक्षा नौ लाख हेक्टेयर कम हो गया है। इससे भी बड़ी चिंता की लकीरें उन किसानों के माथे पर खिंची हैं जिन्होंने जैसे-तैसे रोपाई या बोवाई कर ली है।
वे पीली पड़ी फसल व खेतों में चौड़ी हो रही दरारें देखकर परेशान हैं। इनमें सिर्फ आगरा जिले में ही पर्याप्त और एटा व फिरोजाबाद में सामान्य वर्षा हुई है। सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बिजनौर, बरेली, लखीमपुर-खीरी, मथुरा, देवरिया, गोरखपुर, वाराणसी, गाजीपुर, सोनभद्र व ललितपुर जिलों में कम वर्षा हुई है। इसके अलावा अन्य जिलों में अब तक बेहद कम वर्षा हो सकी है।