युवती को खरीदने बेचने वाले 5 पांच आरोपियों को किया गिरफ्तार
राजेश साबले जिला ब्यूरो
बैतूल पुलिस को युवती को खरीदने बेचने वाले 5 पांच आरोपियों को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता मिली है। आरोपी महाराष्ट्र के औरंगाबाद की एक युवती को बेचने की तैयारी थी, युवती को बैतूल में लाकर इसकी सौदेबाजी हो रही थी। इसी बीच मकान मालिक और रिश्तेदार ने पुलिस को सुचना दे दी । जानकारी लगते ही आरोपी फरार होने की कोशिश कर रहे थे तभी पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। इसके बाद इन लोगों से मिली जानकारी पर देवास में छापेमार कार्रवाई करते हुए युवती को खरीदने बेचने वाले 5 पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस अधीक्षक सिमाला प्रसाद ने बताया कि 9 जुलाई को अशोक मालवीय निवासी लिंक रोड बैतूल ने शिकायत दर्ज कराई थी कि मेरी मौसी सरिता पत्नी सुरेश पाटीदार उम्र 35 साल निवासी ग्राम बडिया मान्डू थाना हाट पिपलिया में रहती है। वह मेरे परिवार से मिलने आती जाती रहती है। एक सप्ताह पहले मेरी मौसी मेरे यहां आई थी। उसके साथ एक 25 साल की लड़की भी थी। लड़की को मेरे घर पर छोड़ कर चली गई थी। उसने बताया था कि यह लड़की मेरे यहां पर काम करती है। मेरी सास की तबीयत ठीक नहीं है। जिसका मुझे इलाज कराने जाना है। इस कारण दो-चार दिन के लिये इसे छोड़ कर जा रही हूं। इसके बाद 6 जुलाई को मेरी मौसी सरिता अपने साथ एक व्यक्ति को लेकर आई थी। दो दिन से तीनों मेरे घर पर रह रहे थे। इस दौरान मौसी और उसके साथ आये व्यक्ति (जिसे मौसी ने राजेश शर्मा बताया) द्वारा उक्त लड़की को किसी देवास के निवासी को साठ-सत्तर हजार रुपये में बेचने की बात मोबाइल पर करते हुए सुना। मुझे ऐसा लगा कि ये दोनों लड़की को बेचने की बात कर रहे हैं। इसके बाद मैंने अपने घर में रह रही लड़की से उसके नाम-पते की जानकारी ली। लड़की ने अपना पता औरंगाबाद बताया। रिपोर्ट पर थाना कोतवाली बैतूल में धारा 370 का अपराध दर्ज किया गया। जिसकी भनक आरोपी को लगते ही युवती को ले कर भाग खड़े हुए।
जिसका पीछा कर पुलिस ने उन्हें रास्ते से झाड़कुंड के पास से घेराबंदी कर आरोपी राजेश पिता आनंदीलाल साहू (50) हाट पिपलिया देवास, सरिता पत्नी सुरेश पाटिल बडिया मान्डू हाटपिपलिया देवास, गजराज पिता कालूजी विश्वकर्मा (43) देवास, पप्पू पिता कांतिलाल विश्वकर्माा (25) देवास और बबलेश पिता दुलीचंद यादव (35) बैतूल को गिरफ्तार किया गया है। जिन्होंने युवती को देवास में बेचे जाने की बात स्वीकार की है।