सरकार के विरोध में नारी शक्ति उतरी सड़को पर,ध्वज पताका लेकर रानी लक्ष्मीबाई का उग्र रूप धारण कर मुख्यमंत्री के नाम दिया ज्ञापन
रविकांत बिदौल्या जिला ब्यूरो दमोह
हटा। “हम भारत की नारी हैं, फूल नहीं चिंगारी हैं” का नारा चरितार्थ करते हुये हटा में नारी शक्ति का अनूठा प्रदर्शन शुक्रवार को देखने को मिला जहां विगत दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठी समस्त आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं सहायिकाओं ने भगवा रंग के परिधान में सिर पर पगड़ी बांधकर हाथों में ध्वज पताका लेकर संघ की अध्यक्ष ने रानी लक्ष्मीबाई का रूप धारण करते हुए घोड़े पर बैठकर बैंड बाजों के साथ एक रैली के रूप में एसडीएम कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम की अनुपस्थिति में नायब तहसीलदार रोहित राजपूत को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा, इसके उपरांत नगर के मुख्य मार्गों पर रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया।
दिए गए ज्ञापन के दौरान घोड़े पर सवार रानी लक्ष्मीबाई का रूप धारण किए हुए संघ की अध्यक्ष अनुराधा प्रजापति ने बताया कि विगत कई वर्षों से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताये सहायिकाये अपनी जायज मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन करती आ रही हैं लेकिन सरकार कुंभकरण निद्रा में सोई हुई है ओर लगातार कार्यकर्ताओं का शोषण सरकार द्वारा किया जा रहा है उन्होंने बताया कि हमारी मुख्य मांग सभी कार्यकर्ताओं को शासकीय कर्मचारी घोषित किया जाए एवं सेवा के उपरांत पेंशन सुविधा प्रदान की जाए।
वही मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को पूर्ण केंद्र के तहत सुविधाएं प्रदान की जाए एवं उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 में केंद्र सरकार द्वारा 15 सो रुपए की राशि बढ़ाई गई थी जिससे एरियस सहित प्रदान की जाए। ज्ञापन के उपरांत सभी कार्यकर्ताओं ने बैंड बाजों के साथ सरकार के विरोध में नारेबाजी करते हुये एक से भगवा परिधानों में हाथों में ध्वज लेकर रानी लक्ष्मीबाई का रूप धारण कर घोड़े पर सवार होकर रैली निकाली गई, जो बड़ा बाजार से रतन बजरिया चंडी जी मार्ग से अग्रवाल पेट्रोल पंप नायक तिगड्डा राय चौराहा मंदिर मस्जिद चौराहा से पुनः बस स्टैंड पहुंची जहां रैली का समापन किया गया। कार्यकर्ताओं की सरकार के विरोध में निकाली गई रैली का नारी शक्ति प्रदर्शन अलौकिक दिखाई दे रहा था जिसकी चर्चा नगर सहित समूचे क्षेत्र में हो रही है।
बाईट -आंगनवाड़ी कार्यकर्ता